आग इतनी तेज थी कि उसने देखते ही देखते बेसमेंट, ग्राउंड फ्लोर और फर्स्ट फ्लोर को अपनी चपेट में ले लिया। फैक्ट्री के अंदर बड़ी संख्या में कपड़े के बंडल मौजूद थे, जिससे आग ने और भी भयानक रूप धारण कर लिया।
घटना की सूचना मिलते ही दमकल विभाग हरकत में आ गया। ट्रोनिका सिटी से दो फायर ब्रिगेड की गाड़ियां तुरंत मौके पर पहुंचीं। साथ ही कोतवाली, वैशाली और खेकड़ा से भी दमकल की गाड़ियों को मौके पर रवाना किया गया। कुल मिलाकर फायर ब्रिगेड की 6 गाड़ियों ने लगभग पांच घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
सीएफओ (चीफ फायर ऑफिसर) राहुल पॉल ने बताया कि इस दुर्घटना में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है, जो राहत की बात है। आग लगते ही आसपास की फैक्ट्रियों से लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था। दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाने के बाद कूलिंग का कार्य शुरू किया ताकि दोबारा आग भड़कने की कोई संभावना न रहे। फिलहाल, आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है।
अधिकारियों का कहना है कि यह भी पता लगाया जाएगा कि फैक्ट्री में अग्निशमन के सभी सुरक्षा उपकरण मौजूद थे या नहीं। यदि किसी प्रकार की लापरवाही सामने आती है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि भीषण गर्मी के शुरू होते ही इंडस्ट्रियल एरिया के साथ-साथ अन्य जगहों पर आग लगने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। ऐसे में फायर विभाग की तरफ से कई जगहों पर सेफ्टी ऑडिट भी किया गया है और जिन जगहों पर फायर उपकरण उपलब्ध नहीं हैं, उन्हें नोटिस देकर चेतावनी दी गई है कि जल्द से जल्द ऐसी जगह पर आग से बचने के सभी उपाय दुरुस्त किए जाएं।