नई दिल्ली। नए उभरते हुए व्यापार चुनौतियों के बीच, केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री, पीयूष गोयल ने निर्यातकों से कहा कि वे भारत-अमेरिका ट्रेड में लंबी अवधि का नजरिया रखें।
केंद्रीय मंत्री की ओर से बदलते वैश्विक व्यापार पारिदृश्य के बीच एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल और इंडस्ट्री बॉडीज के साथ चर्चा की गई।
यह बैठक उभरते और अत्यंत गतिशील परिदृश्यों से उत्पन्न होने वाले प्रभावों और अवसरों पर विचार-विमर्श करने और उद्योग एवं व्यापार जगत को सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों से अवगत कराने के लिए बुलाई गई थी।
गोयल ने कहा, विभिन्न एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल और इंडस्ट्री बॉडीज के पक्षकारों के साथ एक बहुत ही उपयोगी बैठक हुई। विचार-विमर्श में अमेरिका के साथ पारस्परिक रूप से लाभकारी बहु-क्षेत्रीय द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) के लिए चल रही चर्चाओं से सभी पक्षकारों को अवगत कराया गया।
गोयल ने आगे कहा, उन्हें (निर्यातकों) को अपने वाणिज्यिक निर्णय लेते समय भारत-अमेरिका व्यापार और आर्थिक संबंधों के दीर्घकालिक दृष्टिकोण को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया गया और आश्वासन दिया कि सरकार वैश्विक व्यापार वातावरण में हाल में हुए बदलावों के बीच एक अनुकूल वातावरण प्रदान करने के लिए काम करेगी।
केंद्रीय मंत्री ने वित्त वर्ष 2024-25 में 820 अरब डॉलर से अधिक का अब तक का उच्चतम निर्यात हासिल करने के लिए निर्यातकों और उद्योग की सराहना की, जो पिछले वित्त वर्ष की तुलना में लगभग 6 प्रतिशत अधिक है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि लाल सागर संकट, खाड़ी क्षेत्र में फैल रहे इजरायल-हमास संघर्ष, रूस-यूक्रेन संघर्ष और कुछ विकसित अर्थव्यवस्थाओं में धीमी वृद्धि सहित कई प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद, यह उपलब्धि की सराहनीय है।
बैठक के दौरान, गोयल ने निर्यातकों को पारस्परिक रूप से लाभकारी बहु-क्षेत्रीय द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) के लिए अमेरिका के साथ चर्चा के बारे में भी जानकारी दी।
इसके अलावा, बैठक में विभिन्न क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करने वाली अलग-अलग एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ने वैश्विक व्यापार में उभरती चुनौतियों के मद्देनजर अपने विचार और दृष्टिकोण प्रस्तुत किए और सरकार से इन चुनौतीपूर्ण समय में निर्यात उद्योग को समर्थन देने के लिए सक्रिय कदम उठाने का अनुरोध किया।