महिंद्रा एयरोस्ट्रक्चर्स और एयरबस के बीच महत्वपूर्ण समझौते के तहत एयरबस एच-130 हेलिकॉप्टर का मुख्य भाग अब भारत में तैयार किया जाएगा। यह साझेदारी मेक इन इंडिया पहल के तहत भारत की एयरोस्पेस निर्माण क्षमताओं को मजबूती प्रदान करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से कहा, एयरबस और महिंद्रा का एक साथ आना एक बेहतरीन सहयोग है और देश के विमानन उद्योग में एक ऐतिहासिक निर्णय है। महिंद्रा को देश में टॉप कार निर्माताओं में से एक और देश के टॉप टेक्नोलॉजी दिग्गजों में से एक के रूप में जाना जाता है। वहीं, एयरबस भी विमानों के लिए टॉप निर्माताओं में से एक है। इसी कारण दोनों का एक साथ आना एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक सहयोग है।
केंद्रीय मंत्री राम मोहन नायडू ने आगे कहा कि यह कदम देश में विमानन मैन्युफैक्चरिंग को बल देगा। उन्होंने कहा कि हम इस सेक्टर के सभी महत्वपूर्ण प्लेयर्स को अपना समर्थन देने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं, ताकि वे वैश्विक स्तर पर अपने काम से अपनी नई पहचान बना सकें।
केंद्रीय मंत्री राम मोहन नायडू के अनुसार, वर्तमान में 2 बिलियन डॉलर की इस इंडस्ट्री को 4 बिलियन डॉलर की इंडस्ट्री बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
एच-130 एक सिंगल इंजन हेलीकॉप्टर है, जिसका इस्तेमाल यात्री परिवहन, पर्यटन, निजी और व्यावसायिक विमानन के लिए किया जाता है। विशाल केबिन वाले इस हेलिकॉप्टर में एक पायलट के अलावा, 7 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था है। बड़ी विंडस्क्रीन और चौड़ी खिड़कियों के साथ विमान से बेहतरीन विजिबिलिटी मिलती है।
भारत में पहले ही एच125 और सी295 विमानों के लिए असेंबली लाइन स्थापित की जा चुकी है। इसी कड़ी में अब एच-130 के मुख्य भाग के निर्माण के साथ देश में अपना खुद का विमान बनाने का सपना भी साकार होने जा रहा है।