दरअसल, नवकार महामंत्र दिवस आध्यात्मिक सद्भाव और नैतिक चेतना का एक महत्वपूर्ण उत्सव है, जो जैन धर्म में सबसे अधिक पूजनीय और सार्वभौमिक मंत्र- नवकार महामंत्र के सामूहिक जाप के माध्यम से लोगों को एकजुट करने का प्रयास करता है। अहिंसा, विनम्रता और आध्यात्मिक उत्थान के सिद्धांतों पर आधारित यह मंत्र प्रबुद्ध व्यक्तियों के गुणों के प्रति सम्मान व्यक्त करता है और आंतरिक परिवर्तन की प्रेरणा देता है। यह दिवस सभी व्यक्तियों को आत्म-शुद्धि, सहिष्णुता और सामूहिक कल्याण के मूल्यों पर चिंतन करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
इससे पहले पीएम मोदी ने अपने एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट कर लोगों से नवकार महामंत्र का जाप करने की अपील की थी।
पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा, आइए, सब मिलकर प्रातः 8:27 बजे नवकार महामंत्र का जाप करें। णमो अरिहंताणं, णमो सिद्धाणं, णमो आयरियाणं, णमो उवज्झायाणं, णमो लोए सव्वसाहूणं। प्रत्येक आवाज शांति, शक्ति और सद्भाव लाए। हम सब भाईचारे और एकजुटता की भावना को बढ़ाने के लिए एक साथ आएं।
इसके अलावा, केंद्रीय पीयूष गोयल ने एक्स पर लिखा था, णमो अरिहंताणं… नवकार महामंत्र जैन धर्म के सबसे पावन मंत्रों में से एक है जो आध्यात्मिकता, विनम्रता, भाईचारे और अहिंसा के सिद्धांतों पर आधारित है। यह मंत्र मन की शांति और आंतरिक संतुलन का माध्यम है। महावीर जयंती से एक दिन पूर्व 9 अप्रैल को सुबह 8 बजे दिल्ली के विज्ञान भवन में प्रधानमंत्री मोदी की गरिमामयी उपस्थिति में नवकार महामंत्र दिवस का भव्य आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन में 100 से अधिक देशों से आए प्रतिनिधि एक साथ वैश्विक सामूहिक मंत्र के जाप के साक्षी बनेंगे। आइए, हम सभी इस पावन अवसर पर नवकार मंत्र का जाप करते हुए पूरे विश्व में शांति, एकता और आध्यात्मिक जागरण का संदेश फैलाएं।