बिहार की राजधानी पटना में एक प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा, मैं पुलिस में था और सेवाकाल की शुरुआत ही जय हिंद से होती थी, इसलिए हिंद का प्रयोग र्टी के नाम में किया है।
उन्होंने स्पष्ट कहा कि हिंद सेना के सदस्य बिहार के हक के लिए लड़ेंगे। उन्होंने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि पलायन और नौकरी तो बड़ी बात है, बिहार में कई इलाके ऐसे हैं जहां अभी भी बुनियादी सुविधाएं नहीं हैं, पानी तक की सुविधा नहीं है। आजादी के 70 साल के बाद भी जो बुनियादी सुविधाएं पहुंचनी चाहिए थीं, नहीं पहुंची हैं।
पूर्व आईपीएस अधिकारी ने कहा कि बिहार का हर युवा बदलाव चाहता है, लेकिन सवाल है कि बदलाव कैसे लाया जा सकता है। लोकतंत्र में वोट के माध्यम से ही मूलभूत सुविधाओं के लिए बदलाव लाया जा सकता है। इसलिए मेरे मन में आया कि क्यों न युवाओं के लिए एक पार्टी बनाई जाए।
हिंद सेना की विचारधारा को सामने रखते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी में जो भी लोग जुड़ेंगे, वे संवेदनशील होंगे और न्याय तथा सेवा उनका सिद्धांत होगा। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी का उद्देश्य जात-पात, धर्म और वोट बैंक की राजनीति से ऊपर उठकर जनता को एक पारदर्शी, ईमानदार और व्यवस्थित शासन देना है।
लांडे ने कहा, बिहार को अब पुराने नारों और खोखली राजनीति से बाहर निकलकर एक नए नेतृत्व की जरूरत है, जो मानवता, न्याय और सेवा को प्राथमिकता दे, न कि केवल भावनात्मक मुद्दों के सहारे जनता को भ्रमित करे।
हाल ही में भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) से वीआरएस ले चुके लांडे ने कहा कि उनकी पार्टी बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ेगी। बिहार की सभी 243 सीटों पर उम्मीदवा कोई भी हो, हर सीट पर चेहरा शिवदीप वामनराव लांडे ही रहेगा।