शाश्वत तिवारी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू रविवार रात पुर्तगाल की राजधानी लिस्बन पहुंचीं। उनकी यह यात्रा ऐतिहासिक मानी जा रही है, क्योंकि किसी भारतीय राष्ट्रपति का यह 27 साल बाद पुर्तगाल का दौरा है। इसके अलावा भारत और पुर्तगाल इस समय अपने राजनयिक संबंधों के 50 साल पूरे कर रहे हैं, जिससे यह यात्रा निश्चित तौर पर दोनों देशों की दोस्ती और साझेदारी को आगे बढ़ाएगी।
इस दौरान राष्ट्रपति मुर्मू को गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा। वह पुर्तगाल के राष्ट्रपति मार्सेलो रेबेलो डी. सूसा, प्रधानमंत्री लुइस मोंटेनेग्रो और असेंबली स्पीकर डॉ. जोस पेड्रो एगुइर-ब्रैंको सहित शीर्ष नेतृत्व के साथ कई महत्वपूर्ण बैठकें करेंगी। इसके बाद लिस्बन के मेयर कार्लोस मैनुअल फेलिक्स मोएदास राष्ट्रपति मुर्मू के लिए एक विशेष कार्यक्रम की मेजबानी करेंगे। वह राष्ट्रपति सूसा द्वारा आयोजित भोज में भी शामिल होंगी।
विदेश मंत्रालय में सचिव (पश्चिम) तन्मय लाल ने एक बयान में कहा भारत और पुर्तगाल के बीच व्यापार 1.5 अरब अमेरिकी डॉलर का है और पिछले पांच वर्षों में 50 प्रतिशत की वृद्धि के साथ लगातार बढ़ रहा है। हम अक्षय ऊर्जा, आईटी, फार्मास्यूटिकल्स, शिक्षा, पर्यटन और रक्षा के क्षेत्र में सहयोग में विस्तार देख रहे हैं। पुर्तगाल ने हमेशा भारत-यूरोपीय संघ साझेदारी को गहरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
इस यात्रा के दौरान राष्ट्रपति मुर्मू विभिन्न पुर्तगाली संस्थानों में कार्यरत शोधकर्ताओं सहित भारतीय समुदाय के सदस्यों के साथ बातचीत करेंगी। वह 9-10 अप्रैल को स्लोवाकिया की अपनी यात्रा के दूसरे चरण की शुरुआत से पहले एक सामुदायिक स्वागत समारोह में भी भाग लेंगी।
भारत और पुर्तगाल के बीच बहुआयामी संबंध हैं, जिसकी जड़ें इतिहास में रची-बसी हैं। राजनीतिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और तकनीकी सहयोग के मजबूत होने के साथ ही हाल के दिनों में इस रिश्ते ने आधुनिक आयाम हासिल किए हैं। हाल ही में भारत और पुर्तगाल के बीच व्यापार एवं निवेश, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, शिक्षा और संस्कृति के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ा है। भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था पुर्तगाली व्यवसायों के लिए बुनियादी ढांचे के विकास, नवीकरणीय ऊर्जा, निर्माण और प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में अवसर प्रदान करती है, जबकि भारत का बढ़ता मध्यम वर्ग भी पुर्तगाली वस्तुओं और सेवाओं के लिए एक आकर्षक बाजार है। उम्मीद जताई जा रही है कि राष्ट्रपति का यह दौरा दोनों देशों के बीच संबंधों को और प्रगाढ़ बनाएगा।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)
