शाश्वत तिवारी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायका के साथ अनुराधापुरा में भारत की वित्तीय सहायता से निर्मित दो रेलवे परियोजनाओं के उद्घाटन और शुभारंभ समारोह में हिस्सा लिया।
इस दौरान उन्होंने 91.27 मिलियन अमेरिकी डॉलर की भारतीय सहायता से नवीनीकृत 128 किमी लंबी माहो-ओमानथाई रेलवे लाइन का उद्घाटन किया। इसके बाद दोनों नेताओं ने माहो से अनुराधापुरा तक एडवांस सिग्नलिंग प्रणाली के निर्माण का शुभारंभ किया, जिसे 14.89 मिलियन अमेरिकी डॉलर की भारतीय अनुदान सहायता से बनाया जा रहा है।
कोलंबो स्थित भारतीय उच्चायोग ने एक बयान में कहा भारत-श्रीलंका विकास साझेदारी के तहत कार्यान्वित की गई ये ऐतिहासिक रेलवे आधुनिकीकरण परियोजनाएं श्रीलंका में उत्तर-दक्षिण रेल संपर्क को मजबूत करने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर हैं। वे देश भर में यात्री और माल यातायात दोनों की तेज और कुशल आवाजाही की सुविधा प्रदान करेंगे।
यह प्रोजेक्ट्स श्रीलंका के बुनियादी ढांचे को एक नया आकार प्रदान करेंगे, जिसका सीधे तौर पर आमजन को लाभ पहुंचेगा। भारत अपनी ‘पड़ोसी प्रथम’ नीति के तहत अपने जरूरतमंद पड़ोसी देशों की निरंतर सहायता करने के लिए प्रतिबद्ध है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, भारत ने 2022-23 से लेकर 2024-25 (जनवरी तक) के बीच श्रीलंका को विभिन्न क्षेत्रों में 498.64 करोड़ रुपयों की वित्तीय सहायता पहुंचाई है।
यही वजह है कि पीएम मोदी को इस श्रीलंका दौरे के दौरान भारत-श्रीलंका मैत्री को मजबूत बनाने में उनके योगदान के लिए श्रीलंका मित्र विभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह सम्मान विदेशी नेताओं को दिया जाने वाला श्रीलंका का सर्वोच्च सम्मान है। यह पहली बार है, जब किसी भारतीय नेता को यह पुरस्कार दिया गया है। भारत के 1.4 अरब लोगों की ओर से पुरस्कार स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री ने इस सम्मान को भारत-श्रीलंका के बीच विशेष मैत्री और दोनों देशों के लोगों के बीच सदियों पुराने संबंधों को समर्पित किया।
