गया (बिहार) : छठ महापर्व के अवसर पर बुधवार सुबह गया के सूर्य कुंड, ब्राह्मणी घाट और पितामहेश्वर ( उत्तरमानष) घाट पर लाखों व्रतियों और श्रद्धालुओं ने उदीयमान सूर्य को अर्घ्य दिया और पूजा- अर्चना की। बिहार के इस चार दिवसीय छठ महापर्व का समापन हो गया। इस अनुष्ठान के पावन अवसर पर बड़ी संख्या में सरकारी अधिकारी- कर्मचारी, न्यायिक सेवा के अधिकारी सहित समाज के हर वर्ग के लोग शामिल थे। कहीं किसी के लिए कोई वीवीआईपी सुविधा उपलब्ध नहीं थी। सभी एक स्थान पर आम लोगों के साथ भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के लिए पानी में खड़े रहे। फल्गु नदी में आने-जाने के लिए सभी लाइन में थे। सभी भीड़ में धक्के खाते हुए घाटों तक पहुंचे। गया में टेम्पो चालकों ने छठ व्रतियों और उनके साथ रहे परिजनों को घाट, तालाब और कुंड तक निःशुल्क पहुंचाया। गया का शहरी से लेकर ग्रामीण क्षेत्र अपराध और अपराधियों के कारण आए दिन सुर्खियों में रहता है लेकिन अन्य दिनों की अपेक्षा छठ महापर्व के चार दिनों में गया अपराध जगत में सुर्खियों में नहीं रहा।