राफेल विमान सौदे को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई जारी है। दोपहर 2 बजे के बाद फिर से सर्वोच्च न्यायालय इस मामले पर आगे सुनवाई करेगा। कोर्ट में इस मामले पर सुबह साढ़े बजे से लगातार सुनवाई चल रही थी। आइए जानते हैं कि अब तक सुनवाई के दौरान क्या कुछ महत्वपूर्ण बातें कहीं गईं।
– सुप्रीम कोर्ट में सबसे पहले प्रशांत भूषण से शुरुआत हुई। भूषण ने कहा कि राफ़ेल विमान खरीद में रक्षा सौदे की तय प्रक्रिया का उल्लंघन हुआ है।
– प्रशांत भूषण ने कहा इस मामले में सीबीआइ जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार कानून में सीबीआइ को शिकायत दी थी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो सु्प्रीम कोर्ट का रुख करना पड़ा।
– प्रशांत भूषण ने कहा कि सरकार इस बात को लेकर बेवजह की बहस कर रही है कि कीमत बताने को लेकर कोई गुप्त समझौता हुआ है। जबकि सच ये है कि नए सौदे में राफेल के दाम 40 फीसदी ज्यादा हैं।
– भूषण के बाद अरुण शौरी ने कोर्ट में पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि उन्होंने सौदे और राफ़ेल की क़ीमत न बताने को लेकर सवाल उठाया।
– कीमत को ही लेकर आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह की ओर से पेश हुए वकील ने कहा कि सरकार ने संसद में राफेल विमान की कीमत का खुलासा किया है, ऐसे में कीमत न बताने की बात कहना बेमानी है।
– दोनों के जवाब में अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने कोर्ट को राफ़ेल सौदे की पृष्ठभूमि बताई और ये भी जानकारी दी कि पिछला सौदा क्यों रद किया गया।
– अटॉर्नी जनरल ने भूषण के आरोप के जवाब में कहा कि राफेल विमान खरीदने के लिए रक्षा सौदे की क्या तय प्रक्रिया है और उसी का पालन किया गयाथा।
– इस मामले को लेकर चीफ जस्टिस ने वायुसेना के किसी अनुभवी अधिकारी को कोर्ट में बुलाने को कहा है। सीजेआई ने इस दौरान अटॉर्नी जनरल से कहा कि चूंकि यह मामला वायुसेना से जुड़ा है, इसीलिए कोर्ट में किसी अधिकारी को बुलाया जाए।
– कीमत के मामले पर अटॉर्नी जनरल ने सुप्रीम कोर्ट को कहा कि विमान की कीमत बताने को लेकर कोई गुप्त समझौता (सीक्रेसी क्लॉज) नहीं है, बल्कि यह क्लॉज विमान की तकनीकी जानकारी और उसमें लगे हथियारों की जानकारी को लेकर है।
– कीमत के मामले पर चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा कि इस विषय पर बात तब होगी जब कोर्ट को ये लगेगा कि इन पहलुओं को सार्वजनिक किया जाना चाहिए।
राफेल विमान सौदे को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई जारी है। दोपहर 2 बजे के बाद फिर से सर्वोच्च न्यायालय इस मामले पर आगे सुनवाई करेगा। कोर्ट में इस मामले पर सुबह साढ़े बजे से लगातार सुनवाई चल रही थी। आइए जानते हैं कि अब तक सुनवाई के दौरान क्या कुछ महत्वपूर्ण बातें कहीं गईं।
– सुप्रीम कोर्ट में सबसे पहले प्रशांत भूषण से शुरुआत हुई। भूषण ने कहा कि राफ़ेल विमान खरीद में रक्षा सौदे की तय प्रक्रिया का उल्लंघन हुआ है।
– प्रशांत भूषण ने कहा इस मामले में सीबीआइ जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार कानून में सीबीआइ को शिकायत दी थी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो सु्प्रीम कोर्ट का रुख करना पड़ा।
– प्रशांत भूषण ने कहा कि सरकार इस बात को लेकर बेवजह की बहस कर रही है कि कीमत बताने को लेकर कोई गुप्त समझौता हुआ है। जबकि सच ये है कि नए सौदे में राफेल के दाम 40 फीसदी ज्यादा हैं।
– भूषण के बाद अरुण शौरी ने कोर्ट में पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि उन्होंने सौदे और राफ़ेल की क़ीमत न बताने को लेकर सवाल उठाया।
– कीमत को ही लेकर आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह की ओर से पेश हुए वकील ने कहा कि सरकार ने संसद में राफेल विमान की कीमत का खुलासा किया है, ऐसे में कीमत न बताने की बात कहना बेमानी है।
– दोनों के जवाब में अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने कोर्ट को राफ़ेल सौदे की पृष्ठभूमि बताई और ये भी जानकारी दी कि पिछला सौदा क्यों रद किया गया।
– अटॉर्नी जनरल ने भूषण के आरोप के जवाब में कहा कि राफेल विमान खरीदने के लिए रक्षा सौदे की क्या तय प्रक्रिया है और उसी का पालन किया गयाथा।
– इस मामले को लेकर चीफ जस्टिस ने वायुसेना के किसी अनुभवी अधिकारी को कोर्ट में बुलाने को कहा है। सीजेआई ने इस दौरान अटॉर्नी जनरल से कहा कि चूंकि यह मामला वायुसेना से जुड़ा है, इसीलिए कोर्ट में किसी अधिकारी को बुलाया जाए।
– कीमत के मामले पर अटॉर्नी जनरल ने सुप्रीम कोर्ट को कहा कि विमान की कीमत बताने को लेकर कोई गुप्त समझौता (सीक्रेसी क्लॉज) नहीं है, बल्कि यह क्लॉज विमान की तकनीकी जानकारी और उसमें लगे हथियारों की जानकारी को लेकर है।
– कीमत के मामले पर चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा कि इस विषय पर बात तब होगी जब कोर्ट को ये लगेगा कि इन पहलुओं को सार्वजनिक किया जाना चाहिए।