घरेलू स्तर पर सोमवार से ऑटो कंपनियों की ओर से बिक्री के आंकड़े जारी किए जाएंगे। इसके अलावा, शुक्रवार को पीएमआई डेटा आएगा, जो कि देश में आर्थिक गतिविधियों की एक समग्र तस्वीर बाजार के सामने पेश करता है।
वैश्विक स्तर पर, सभी आयतित वाहनों पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से लगाया गया 25 प्रतिशत टैरिफ 3 अप्रैल से प्रभावी हो जाएगा। इसका बाजार पर असर देखने को मिल सकता है। इसके अमेरिकी फेड रिजर्व के प्रमुख जेरोम पॉवेल का संबोधन भी प्रस्तावित है, जिसका असर बाजार पर देखने को मिल सकता है।
इसके अतिरिक्त, यूएस जॉब ओपनिंग, यूएस नॉन-फार्म पेरोल, यूएस बेरोजगारी दर समेत कई अहम आर्थिक आंकडे़ अगले हफ्ते जारी होंगे।
बीते हफ्ते भारतीय शेयर बाजार का प्रदर्शन शानदार रहा। निफ्टी और सेंसेक्स करीब 0.70 प्रतिशत बढ़कर 23,519.35 और 77,414.92 पर बंद हुआ।
इस तेजी का नेतृत्व बैंकिंग शेयरों ने किया। बैंक निफ्टी करीब 2 प्रतिशत की बढ़त के साथ 51,564.81 पर बंद हुआ।
सेक्टोरल आधार पर निफ्टी पीएसई और एफएमसीजी इंडेक्स टॉप गेनर्स थे, जबकि मीडिया और फार्मा इंडेक्स टॉप लूजर्स थे।
विदेशी निवेशकों ने खरीदारी का क्रम बीते हफ्ते भी जारी रखा। 24 -28 मार्च के बीच विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 17,426 करोड़ रुपये का निवेश किया था। वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 6,797 करोड़ रुपये का इक्विटी में निवेश किया था।
करीब पांच महीने की लगातार गिरावट के बाद, निफ्टी मार्च में 6.3 प्रतिशत बढ़कर बंद हुआ है। ईद के कारण 31 मार्च को भारतीय शेयर बाजार बंद रहेंगे।
मास्टर ट्रस्ट ग्रुप के डायरेक्टर, पुनीत सिंघानिया के मुताबिक, निफ्टी का डेली आरएसआई 14 दिन के मूविंग एवरेज के ऊपर बना हुआ है। 23,300 पर एक मजबूत सपोर्ट है। अगर यह टूटता है तो 23,000 के स्तर भी देखने को मिल सकते हैं। 23,800 एक रुकावट का स्तर है। अगर निफ्टी इस स्तर को तोड़ता है तो 24,100 के स्तर देखने को मिल सकते हैं।