भोपाल। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के इतिहास में आज चैत्र नववर्ष संवत् प्रतिपदा का दिन महत्वपूर्ण बनने जा रहा है। अपनी अध्ययन शीलता, शिक्षा और सुशासन के गुणों के कारण राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण हस्ताक्षर बन चुके इसी विश्वविद्यालय के विद्यार्थी प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और रामचंद्र मिशन हार्टफुलनेस संस्थान के वैश्विक अध्यक्ष कमलेश डी. पटेल को डी. लिट् (मानद उपाधि) की उपाधि प्रदान की जाएगी। विश्विविद्यालय के दीक्षांत समारोह में राज्यपाल मंगुभाई पटेल और कुलगुरू प्रो. अर्पण भारद्वाज यह उपाधि प्रदान करेंगे।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले वर्ष 2007 में यानी 18 साल पूर्व विश्वविद्यालय ने अंतिम बार मानद उपाधि प्रदान की थी। इसके साथ ही विक्रम विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयंती सभागार में आयोजित हो रहे 29वे दीक्षांत समारोह मे 169 विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान की जाएगी। इसमें 70 विद्यार्थियों को उपाधि और 99 विद्यार्थियों को मेडल प्रदान किए जाएंगे। इस अवसर पर सांसद अनिल फिरोजिया, राज्यसभा सांसद बालयोगी उमेशनाथ महाराज, उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार, प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल, विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा, जिले के विधायकगण और कार्यपरिषद सदस्य उपस्थित रहेंगे।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि इससे पहले भूतपूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, जूना अखाड़े के पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरि, ले. कर्नल राजवर्धन सिंह राठौर, पूर्व न्यायाधीश रमेशचंद्र लहोटी, सोमयाजी दीक्षित, इफको के प्रबंध निदेशक उदयशंकर अवस्थी, वरिष्ठ पत्रकार आलोक मेहता और पद्मभूषण डॉ. अनिल कोहली को यह उपाधि प्रदान की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि गत वर्षों में विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित दीक्षांत समारोहों को ख्यातिप्राप्त विद्वानों ने संबोधित किया। इनमें जवाहरलाल नेहरू, डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन, सर सीपी रामास्वामी अय्यर, डॉ. कालूलाल श्रीमाली, पं. द्वारकाप्रसाद मिश्र, पं. कुंजीलाल दुबे, बाबू जगजीवनराम, डॉ. गोविंद नारायण सिंह, महादेवी वर्मा, इंदिरा गांधी, डॉ. सरोजिनी महिषी, डॉ. गोपाल स्वरूप पाठक, प्रो. नुरुल हसन, डॉ. हरगोविंद खुराना और डॉ. सतीश चंद्रा, ए पी जे अब्दुल कलाम आदि शामिल हैं।