इससे पहले नवंबर 2024 के लिए आठ कोर इंडस्ट्री के सूचकांक की अंतिम वृद्धि दर 5.8 प्रतिशत देखी गई। मंत्रालय के अनुसार, अप्रैल से फरवरी, 2024-25 के दौरान आईसीआई की संचयी वृद्धि दर पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 4.4 प्रतिशत है।
फरवरी, 2024 की तुलना में इस बार फरवरी 2025 में कोयला उत्पादन में 1.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई। अप्रैल से फरवरी, 2024-25 के दौरान इसका संचयी सूचकांक पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 5.6 प्रतिशत बढ़ा।
फरवरी में इस्पात उत्पादन में 5.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई और अप्रैल से फरवरी, 2024-25 के दौरान इसका संचयी सूचकांक पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 6.5 प्रतिशत बढ़ा।
फरवरी, 2025 में पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्पादन में फरवरी, 2024 की तुलना में 0.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई। अप्रैल से फरवरी, 2024-25 के दौरान इसका संचयी सूचकांक पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 3.1 प्रतिशत बढ़ा।
2024-25 के दौरान उर्वरक उत्पादन में पिछले महीने 10.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई तथा अप्रैल से फरवरी, 2024-25 के दौरान इसका संचयी सूचकांक पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 2.4 प्रतिशत बढ़ा।
अप्रैल से फरवरी के दौरान सीमेंट उत्पादन में 10.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई तथा इसका संचयी सूचकांक 5.1 प्रतिशत बढ़ा।
मंत्रालय के अनुसार फरवरी, 2025 में बिजली उत्पादन में फरवरी, 2024 की तुलना में 2.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई। अप्रैल से फरवरी 2024-25 के दौरान इसका संचयी सूचकांक पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 4.9 प्रतिशत बढ़ा।
आईसीआई आठ प्रमुख इंडस्ट्री के उत्पादन के संयुक्त और व्यक्तिगत प्रदर्शन को मापता है।