मधुबनी: नेपाल बॉर्डर से मादक पदार्थों और प्रतिबंधित सामानों की तस्करी आम बात है. लंबे समय से यहां तस्कर बेखौफ हैं और मानव तस्करी भी नेपाल बॉर्डर के रास्ते धड़ल्ले से जारी है. 24 मई को एसएसबी ने 6 लड़कियों की तस्करी कर रहे दो मानव तस्करों को गिरफ्तार किया है. लौकहा बॉर्डर पर तैनात एसएसबी के जवानों ने मानव तस्करी की आशंका में दो नेपाली युवकों और छह नेपाली युवतियों को पकड़ा है.
गुप्त सूचना के आधार पर असिस्टेंट कमान्डेंट मणिराम राय के नेतृत्व में की गयी कार्रवाई में भारत-नेपाल बॉर्डर के पास स्थित भुतही बलान नदी के पास सभी आठ लोगों को पकड़ा गया.ये महिलाएं काठमांडू के सिंधुपाल चौक के आसपास की रहने वाली हैं. सभी लड़कियों की उम्र 18 साल से 40 साल के आसपास है. इन महिलाओं की तस्करी करने वाले युवक की पहचान सप्तरी जिले के परमानंद चौधरी और दूसरा तस्कर सप्तरी जिले के दिनेश राम के रूप में की गई है.
परमानंद ने पुलिस को दिए बयान में कहा कि उसे लड़कियों को लौकहा बस स्टैंड तक छोड़ने जिम्मेदारी दी गई थी. दूसके तस्कर को लौकहा से बस से दिल्ली ले जाना था जहां उन्हें इन लड़कियों को करमा लामा नाम के शख्स को सौंपकर वापस आ जाना था और इस काम को करने के लिए युवकों को 20-20 हजार दिया गया था.
मानव तस्करी की शिकार इन लड़कियों को काठमांडू से लहान और वहां से कदमाहा चौक बस से लाया गया था. नेपाल के कदमाहा चौक से सभी पैदल नहर के रास्ते लौकहा बस स्टैंड आ रहे थे कि बीच में पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया.प्रशासन लंबे समय से मानव तस्करी पर लगाम लगाने की कोशिश कर रही है लेकिन यहां मानव तस्करी के मामले आते रहते हैं.