कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज में बताया कि उसे 2×660 मेगावाट कोरबा वेस्ट सुपरक्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट (एसटीटीपी) की इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण (ईपीसी) पैकेज के लिए लेटर ऑफ इंटेंट (एलओआई) प्राप्त हुआ है।
कंपनी ने कहा कि इस कॉन्ट्रैक्ट के तहत बीएचईएल सहायक प्रणालियों के साथ-साथ बॉयलर, टर्बाइन और जनरेटर सहित एडवांस्ड सुपरक्रिटिकल उपकरणों की आपूर्ति करेगा।
कंपनी इलेक्ट्रिकल सिस्टम्स, कंट्रोल और इंस्ट्रूमेंटेशन (सीएंडआई) तथा बैलेंस ऑफ प्लांट (बीओपी) पैकेजों का भी प्रबंधन करेगी।
बीएचईएल इस प्लांट के निर्माण के साथ-साथ शुरू करने के लिए भी जिम्मेदार है। यह नया थर्मल प्लांट अगले 60 महीनों में शुरू हो सकता है।
बीएचईएल को थर्मल पावर प्लांट का 11,000 करोड़ रुपये से भी बड़ा ऑर्डर मिलना, भारत के पावर सेक्टर में कंपनी की क्षमता को दिखाता है।
इस ऐलान के बाद, बीएचईएल के शेयर में तेजी देखने को मिली और यह दोपहर के कारोबार में 1.79 प्रतिशत की बढ़त के साथ 217.80 पर था। बीते एक महीने में शेयर 22 प्रतिशत से अधिक बढ़ चुका है।
पिछले सप्ताह, कंपनी को गुजरात राज्य विद्युत निगम लिमिटेड (जीईएससीएल) से तापी, गुजरात में 1×800 मेगावाट उकाई एक्सटेंशन यूनिट 7 में ईपीसी पैकेज के लिए 7,500 करोड़ रुपये का ऑर्डर मिला था।
पिछले महीने, बीएचईएल को तेलंगाना में 800 मेगावाट की थर्मल पावर यूनिट स्थापित करने के लिए सिंगरेनी कोलियरीज से 6,700 करोड़ रुपये का ऑर्डर मिला।
इसी महीने के दौरान, बीएचईएल ने दामोदर वैली कॉरपोरेशन से 6,200 करोड़ रुपये का कॉन्ट्रैक्ट भी जीता था। इन लगातार बड़े ऑर्डरों ने बीएचईएल की ऑर्डर बुक को काफी बढ़ावा दिया है, जो वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही के अंत तक 1.6 लाख करोड़ रुपये की हो गई है।