ऑस्ट्रेलिया में 3 मई को आम चुनाव, पीएम एंथनी अल्बनीज ने किया ऐलान

कैनबरा। आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने संघीय संसद को भंग करने और 3 मई को औपचारिक रूप से आम चुनाव कराने के लिए शुक्रवार को गवर्नर जनरल सैम मोस्टिन से मुलाकात की।

अल्बनीज ने सुबह ऑस्ट्रेलिया में ब्रिटिश सम्राट के प्रतिनिधि गवर्नर-जनरल से मुलाकात की और उनसे 3 मई को ऑस्ट्रेलिया की 48वीं संसद के सदस्यों के चुनाव के लिए होने वाले चुनाव की औपचारिक प्रक्रिया शुरू करने को कहा।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, यह पांच सप्ताह का अभियान है, जिसमें अल्बनीज और उनकी सत्तारूढ़ लेबर पार्टी विपक्षी नेता पीटर डुट्टन के लिबरल और नेशनल पार्टियों के गठबंधन के खिलाफ खड़ी होगी।

मोस्टिन का दौरा करने के बाद संसद भवन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अल्बनीज ने कहा कि मतदाता चुनाव में आगे का रास्ता चुनेंगे।

उन्होंने कहा, हम यह तय नहीं कर सकते कि हमें किन चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा, लेकिन हम यह तय कर सकते हैं कि हम कैसे जवाब देंगे।

उन्होंने कहा, आपका वोट पहले कभी इतना महत्वपूर्ण नहीं रहा।

जनमत सर्वेक्षणों ने संकेत दिया है कि चुनाव में कड़ी टक्कर होने वाली है।

62 वर्षीय अल्बनीज के नेतृत्व वाली सरकार ने इस सप्ताह की शुरुआत में अपना वार्षिक बजट जारी किया, जिसमें आश्चर्यजनक कर कटौती और अन्य कई आकर्षक घोषणाओं के साथ वोटों को आकर्षित किया गया।

54 वर्षीय कंजर्वेटिव नेता पीटर डुट्टन ने अल्बनीज की आलोचना की है, उन पर कमजोर नेतृत्व और सरकारी उदारता के जरिए मुद्रास्फीति को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है।

डुट्टन सात औद्योगिक पैमाने के परमाणु रिएक्टरों के निर्माण के लिए 200 बिलियन अमेरिकी डॉलर की योजना ला रहे हैं, जो नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ाने की आवश्यकता को दूर करती है।

हालांकि अल्बनीज के शासन में मुद्रास्फीति कम हुई है। जो 2022 में 7.8 प्रतिशत थी, वो दिसंबर में 2.4 प्रतिशत तक पहुंच गई। इसके बावजूद कई परिवार अभी भी उच्च खाद्य, ईंधन और बिजली की कीमतों से जूझ रहे हैं।

वार्षिक डेमोग्राफिया सामर्थ्य सूचकांक के अनुसार, प्रमुख शहर सिडनी और मेलबर्न अब दुनिया के 10 सबसे कम-किफायती आवास बाजारों में शुमार हैं।

ऑस्ट्रेलियाई राजनीति में लंबे समय से अल्बनीज की वामपंथी लेबर पार्टी और डुट्टन के दक्षिणपंथी उदारवादियों का दबदबा रहा है।

दोनों प्रमुख दल रक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा पर काफी हद तक सहमत हैं, जिससे ऑस्ट्रेलिया अमेरिका के साथ एक घनिष्ठ सैन्य गठबंधन के लिए प्रतिबद्ध है। लेकिन अतीत में चीन को लेकर उनके विचार अलग-अलग रहे हैं।

अल्बनीज ने प्रमुख व्यापारिक साझेदार चीन के साथ संबंध बढ़ाए हैं और 2023 में बीजिंग की एक सफल यात्रा भी की, और इस तरह वो सात वर्षों में यात्रा करने वाले पहले ऑस्ट्रेलियाई नेता बन गए।

पिछली कंजर्वेटिव सरकार चीन की अत्यधिक आलोचना करती थी, जिससे ट्रेड वॉर छिड़ गया था, जिसकी वजह से ऑस्ट्रेलिया को साल 2024 के अंत तक अरबों डॉलर का नुकसान उठाना पड़ा था।

 

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com