प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली सरकार और बिजली विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आप नेता आतिशी ने इस मुद्दे पर केंद्र सरकार और उपराज्यपाल पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि दिल्ली में मार्च के महीने में ही बिजली की यह हालत हो गई है कि लोग सड़कों पर उतरने को मजबूर हैं, तो मई-जून की तपती गर्मी में जब मांग अधिक होती, तब क्या हाल होगा?
आतिशी ने अरविंद केजरीवाल सरकार की 10 साल की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि जब तक आम आदमी पार्टी की सरकार के पास बिजली व्यवस्था की जिम्मेदारी थी, तब तक दिल्ली के लोगों को 24 घंटे निर्बाध बिजली मिलती रही। लेकिन अब जब बिजली की जिम्मेदारी उपराज्यपाल (एलजी) के अधीन है, तो एक महीने के भीतर ही बिजली संकट गहरा गया है।
उन्होंने इसे विपदा सरकार करार दिया और आरोप लगाया कि भाजपा सरकार दिल्ली में 24 घंटे बिजली देने में असफल रही है। दिल्ली में बिजली संकट को लेकर आप और भाजपा आमने-सामने हैं। आम आदमी पार्टी का कहना है कि एलजी और केंद्र सरकार की लापरवाही के कारण राष्ट्रीय राजधानी में बिजली कटौती बढ़ रही है। जगतपुर गांव के लोगों का कहना है कि वे पिछले कई दिनों से बिजली संकट का सामना कर रहे हैं, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। लोगों ने कहा कि बिजली कटौती से पानी की समस्या भी बढ़ गई है, जिससे उनका जीवन मुश्किल हो गया है। इस बीच, दिल्ली सरकार ने बिजली विभाग और कंपनियों से रिपोर्ट तलब की है और जल्द समाधान निकालने का आश्वासन दिया है।