लखनऊ। गुरुवार को अयोध्या दौरे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शीतल पेय बॉटलिंग प्लांट का भी शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि देश और दुनिया से आने वाले श्रद्धालु अयोध्या को देखने के लिए उत्सुक हैं। आज भी यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ है। यह केवल आस्था नहीं है, यह आस्था आजीविका का भी आधार बन रही है। यह विरासत विकास का आधार बन रही है। यह संस्कृति का संवर्धन हमारी समृद्धि का आधार बन रहा है। महाकुम्भ प्रयागराज ने आपके सामने उसकी एक झलक दिखाई है और इस सामर्थ्य को हमें और अधिक सुविधाओं से युक्त करके नए-नए रोजगार के सृजन की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने प्लांट की विजिट भी की और पूरे प्रांगण का अवलोकन किया। उन्होंने मशीनों की आरती उतारकर बटन दबाकर उन्हें स्टार्ट किया। प्लांट के संचालकों की ओर से मुख्यमंत्री को बॉटलिंग प्लांट की कार्यक्षमता, उसकी प्रक्रिया और अन्य जरूरी जानकारियां उपलब्ध कराई गईं। यही नहीं, मुख्यमंत्री ने प्लांट के प्रागण में पौधरोपण भी किया और वहां स्थित मंदिर में पूजा अर्चना भी की।
अयोध्या को एयर और रोड के साथ ही वाटरवेज कनेक्टिविटी से भी जोड़ेंगे
मुख्यमंत्री ने अयोध्या में अमृत बॉटलर्स प्रा. लि. को बॉटलिंग प्लांट के लिए किए गए निवेश पर बधाई देते हुए कहा कि यह महत्वपूर्ण बात है कि 1983 में एक बहुत छोटे से कोल्ड स्टोरेज से जो शुरुआत हुई थी आज वह एक अत्याधुनिक प्लांट के रूप में उत्तर भारत को शीतल पेय उपलब्ध कराने का महत्वपूर्ण केंद्र बन चुका है। विकास की यात्रा इसी प्रकार से आगे बढ़ती है। 1983 में लधानी जी ने जब इस कार्य को आगे बढ़ाया होगा उस समय उन्होंने भी नहीं सोचा होगा कि यहां पर कभी इंटरनेशनल एयरपोर्ट होगा। आज महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट यहां पर है, फोरलेन कनेक्टिविटी है। स्वाभाविक रूप से एयर और रोड की यहां बेहतरीन कनेक्टिविटी हो और निकट भविष्य में हम इनलैंड वॉटरवेज अथॉरिटी का गठन कर चुके हैं और हमारा प्रयास है कि अयोध्या से हम लोग सरयू होते हुए, बलिया होते हुए हल्दिया तक वॉटरवेज की शुरुआत भी करें। उन्होंने कहा कि इस तरह के व्यवसाय को और एक्सपोर् को बढ़ाने में यह संयंत्र बहुत बड़ी भूमिका का निर्वहन कर सकते हैं।
सेवा के साथ-साथ नए रोजगार का भी होगा सृजन
सीएम योगी ने कहा कि गत वर्ष मुझे लधानी परिवार के ही अमेठी के बेवरेजेस और बॉटलिंग प्लांट का शुभारंभ करने का अवसर मिला था। अमेठी में यह एक बहुत बड़ा निवेश था, जिससे हजारों लोगों को रोजगार की व्यवस्था हुई थी। आज मुझे अयोध्या में भी इस निवेश के साथ जुड़ने का अवसर प्राप्त हुआ है। अयोध्या को सूर्यवंश की राजधानी माना जाता है। डबल इंजन सरकार ने प्रधानमंत्री मोदी जी के मार्गदर्शन में अयोध्या को देश की पहली सोलर सिटी बनाया है। यहां पर भी ग्रीन एनर्जी के लिए 15 मेगावाट के सोलर पैनल लगा कर इस पूरे प्लांट को सोलर एनर्जी से जोड़ने की अच्छी शुरुआत की है। ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में किए गए प्रयास के माध्यम से कार्बन उत्सर्जन को न्यूनतम करने में मदद मिलती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्लांट की जो सेवाएं हैं वो न केवल पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और उत्तराखंड को प्राप्त होंगी बल्कि यहां पर नए-नए रोजगार के सृजन की दिशा में भी यह प्लांट मददगार साबित होगा। उत्तर प्रदेश सरकार के साथ जो एमओयू इस ग्रुप के द्वारा किया गया था, उसके अंतर्गत सरकार इन्हें जो भी समय-समय पर जो इंसेंटिव देती है वह भी समयबद्ध तरीके से आगे बढ़ेगा।
अच्छे होटल अयोध्या की आवश्यकता
मुख्यमंत्री ने लधानी ग्रुप से अपील की कि अयोध्या में जो भारी फुटफॉल है यात्रियों और श्रद्धालुओं का, उसको देखते हुए जितनी जल्दी हो होटल की कार्यवाही को भी आगे बढ़ाएं। होटल आज की यहां की आवश्यकता है। लधानी परिवार ने गत वर्ष जब अयोध्या में भगवान राम के नए मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हो रही थी तब मेरे आग्रह पर उन्होंने यहां पर वाटर कूलर और वाटर एटीएम के माध्यम से बड़े पैमाने पर पेयजल की व्यवस्था की थी। उन्होंने जन सुविधाओं को बढ़ाने में अपना योगदान दिया था। पब्लिक चाहती है कि उसे सुविधा मिले और सुविधा के क्रम में अच्छे होटल यहां पर आएं। यहां पर जो भीड़ है वो बताती है कि सुविधा देंगे तो श्रद्धालु आएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में होटल बनाने की प्रक्रिया के साथ-साथ गोरखपुर में जो आपका प्रस्तावित निवेश है उसे जितनी जल्दी आगे बढ़ाएंगे सरकार उतनी ही तेजी के साथ आपको सुविधा के साथ जोड़ने में मदद करेगी।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सूर्यप्रताप शाही, एमएसएमई मंत्री राकेश सचान,चेयरमैन अमृत बॉटलर्स प्रा. लि. एस एन लधानी, डायरेक्टर राकेश लधानी, नरेश लधानी व अन्य लोग उपस्थित रहे।