खेल मंत्री ने समय से सूचना न देने वाले लापरवाह अधिकारियों पर की कार्रवाई
लखनऊ। पीएम मोदी का ध्येय देश को स्वच्छ बनाना है, अतः इस अभियान को आगे बढ़ाते हुए महीने में कम से कम एक बार सभी स्टेडियम परिसर की सफाई की जाए। यह निर्देश प्रदेश के खेल व युवा कल्याण मंत्री चेतन चौहान ने सोमवार को केडी सिंह बाबू स्टेडियम में आयोजित खेल विभाग की मासिक समीक्षा बैठक में दिए। इस बैठक में उन्होंने यह भी कहा कि इसके तहत परिसर में मौजूद अनावश्यक व निष्प्रयोज्य सामग्री के निस्तारण की कार्यवाही समय से की जाए। खेल मंत्री ने इसी के साथ समय से सूचना न देने वाले और लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही भी की गई। खेल मंत्री ने अलीगढ़ की क्रीड़ाधिकारी श्रीमती नसरीन बानो को समय से सूचना न देने, कार्य में लापरवाही बरतने के चलते तुरंत खेल निदेशालय मुख्यालय से सम्बद्ध किया गया। वहीं बिना सूचना बैठक में अनुपस्थित रहने वाले अमरोहा के उपक्रीड़ाधिकारी नूर हसन से स्पष्टीकरण मांगा गया। इसी के साथ सिद्धार्थनगर व गोण्डा के क्रीड़ाधिकारी द्वारा प्रशिक्षण शिविर की सूचना शून्य प्रेषित करने पर उनसे भी स्पष्टीकरण मांगा गया। उन्होंने जनपद में खेल अवस्थापना का समुचित उपयोग करने के साथ बहराईच, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, महमूदाबाद व बिजनौर में राजस्व में कमी होेने के चलते स्पष्टीकरण मांगा गया। वहीं वाराणसी, कानपुर, लखनऊ, झांसी व आगरा में राजस्व वृद्धि दर्ज की गयी।
निर्धारित प्रतियोगिताओं का आयोजन समय से न होने पर होगी कार्यवाई : आरपी सिंह
वहीं खेल निदेशक डा.आरपी सिंह ने कहा कि खेल निदेशालय द्वारा निर्धारित प्रतियोगिताओं का आयोजन समय से हो। यदि ऐसा नहीं होता है तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही होगी। उन्होंने नेशनल स्पोर्ट्स डेवलपमेंट फंड की निर्धारित गाइडलाइन्स के अनुसार जिलों में खिलाड़ियों में आर्थिक सहायता के प्रस्ताव मांगे जाए और इसका प्रचार-प्रसार भी हो। उन्होंने यह भी कहा कि वित्त वर्ष 2018-19 में राजस्व मद में आवंटित जो धनराशि इस्तेमाल न हो सके, उसे निदेशालय को वापस किया जाए ताकि आवश्यक जगहों पर उक्त राशि का आवंटन किया जा सके। इस बैठक में संयुक्त खेल निदेशक अनिल कुमार बनौधा, उपनिदेशक खेल आरएन सिंह व एसएस मिश्र, सहायक वित्त व लेखाधिकारी धीरेंद्र श्रीवास्तव व अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।