पेश की मिसाल : सोच बदलने की जरूरत!
लखनऊ : ‘सोच बदलने से सब कुछ बदल सकता है’ इस कहावत को चरितार्थ कर दिखाया डीएम कौशाम्बी ने। आज के जमाने में एक ओर जहां गरीब से लेकर अमीर, हर शख्स अपनी पत्नी को मां बनने के समय अच्छे से अच्छे प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराता है ताकि किसी भी प्रकार की कोई खतरे वाली गुंजाइश न रहे, वहीं तमाम भ्रांतियों को दरकिनार करते हुए डीएम कौशाम्बी मनीष कुमार वर्मा ने एक सरकारी अस्पताल में अपनी पत्नी का सकुशल प्रसव सम्पन्न कराकर समाज के लोगों को यह संदेश दिया कि सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं पर यकीन करने की जरूरत है। सब कुछ पैसे और बड़े अस्पतालों से नहीं होता। डीएम कौशाम्बी की इस अनूठी पहल ने साबित कर दिया कि लोगों को सोच बदलने की जरूरत है। सरकारी सुविधाएं किसी भी बड़े हॉस्पिटल से कम नहीं, बस नजरिया बदलने की जरूरत है।