समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने दावा किया कि हिजबुल्लाह ने अवैध रूप से हथियारों को स्थानांतरित करने के प्रयास में क्रॉसिंग का इस्तेमाल किया है। इस तरह की गतिविधियां इजरायल और लेबनान के बीच 27 नवंबर, 2024 से प्रभावी युद्धविराम समझौतों का उल्लंघन हैं।
साथ ही, उन्होंने हिजबुल्लाह को ‘आतंकवादी संगठन’ करार दिया है।
आईडीएफ ने कहा है कि वह इजरायल के लिए खतरों को बेअसर करने का काम जारी रखेगा।
ब्रिटेन स्थित युद्ध निगरानी संस्था सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने कहा कि इजरायली हमलों ने लेबनान की सीमा के पास सीरिया के बीहड़ कलामौन क्षेत्र स्थित इलाकों को निशाना बनाया। निगरानी संस्था ने इन स्थलों को सीरिया से लेबनान में हिजबुल्लाह के कथित हथियारों के हस्तांतरण के लिए ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण बताया।
फिलहाल, इजरायल के हमले में अभी तक किसी के हताहत होने या नुकसान की सूचना नहीं मिली है। सीरियाई या लेबनानी अधिकारियों या फिर हिजबुल्लाह की ओर से कोई आधिकारिक बयान भी नहीं आया है।
इससे पहले, फरवरी में इजरायली सेना ने पूर्वी और दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर हवाई हमले किए थे।
इजरायली सैन्य प्रवक्ता ने कहा कि एक इजरायली विमान ने पूर्वी लेबनान के बेका क्षेत्र में हिजबुल्लाह द्वारा हथियारों के हस्तांतरण के लिए इस्तेमाल की जाने वाली एक भूमिगत सुरंग पर हमला किया था, जो सीरिया से लेबनानी क्षेत्र तक फैली हुई थी। इस क्षेत्र को पहले भी इजरायली बलों द्वारा निशाना बनाया गया था।
प्रवक्ता ने ये भी कहा कि इजरायली वायुसेना ने दक्षिणी लेबनान में उन स्थानों पर भी हमला किया, जहां खतरा पैदा करने वाले हथियार और रॉकेट लांचर रखे हुए थे।