टीम इंडिया के कप्तान और ‘रन मशीन’ के नाम से मशहूर विराट कोहली हाल के दिनों में निरंतरता के प्रतीक बने हुए हैं. वह लगातार बल्ले से शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं और एक के बाद एक रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं. लीजेंडरी क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के वनडे में 10 हजार रनों को के रिकॉर्ड को भी विराट कोहली ने पीछे छोड़ दिया है. पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को पीछे छोड़ते हुए विराट कोहली चौथे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए हैं, लेकिन अभी कोहली की नजर बहुत से और रिकॉर्ड्स पर होगी.
ऐसे में पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग का कहना है कि अभी कोहली यहां नहीं रुकने वाले हैं. उन्हें तो अभी और बहुत से रिकॉर्ड्स तोड़ने हैं. सहवाग को भरोसा है कि विराट कोहली ही हैं जो सचिन तेंदुलकर के सारे रिकॉर्ड्स तोड़ देंगे, लेकिन क्रिकेट के ‘भगवान’ का केवल एक रिकॉर्ड ऐसा है जो कोहली नहीं तोड़ पाएंगे. बता दें कि सचिन तेंदुलकर ने 200 टेस्ट मैच खेल कर 53.78 की औसत से 15921 रन बनाए हैं. इंडिया टुडे को दिए एक इंटरव्यू में वीरेंद्र सहवाग ने कहा, ”विराट कोहली के लिए सचिन तेंदुलकर की तरह 200 टेस्ट मैच खेलना संभव नहीं लगता.”
वीरेंद्र सहवाग ने कहा, ”हर व्यक्ति को लगता है कि कोहली बल्लेबाजी के सभी रिकॉर्ड्स को ध्वस्त कर देंगे. मैंने भी कई बार कहा है कि वह सारे रिकॉर्ड्स तोड़ने के लिए ही क्रिकेट में आए हैं. लेकिन सचिन तेंदुलकर का 200 टेस्ट मैच खेलने का रिकॉर्ड तोड़ना उनके लिए संभव नहीं लगता. यह रिकॉर्ड तोड़ने के लिए कोहली को लगभग 24 साल और क्रिकेट खेलना होगा.’
सहवाग ने कहा, ”कोहली सारे रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं. अच्छी बात यह है कि उन्हें बहुत उम्दा गेंदबाजों का सामना नहीं करना पड़ रहा. सचिन, सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण जैसे दिग्गजों के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर करने वाले सहवाग ने कोहली को बेस्ट खिलाड़ी माना है. उनका कहना है कि सभी क्रिकेटर्स के जीवन में उतार-चढ़ाव आते हैं, लेकिन विराट कोहली के साथ अब तक ऐसा नहीं हुआ. उसमें कुछ खास बात है कि वह लगातार रन बनाते हैं. मैंने तेंदुलकर, गांगुली, लक्ष्मण और द्रविड़ जैसे खिलाड़ियों के साथ क्रिकेट खेला है, इन सबके जीवन में खराब फेस आया, लेकिन कोहली के साथ अभी ऐसा नहीं हुआ है.
वहीं, सचिन तेंदुलकर को विराट कोहली के साथ तुलना में कोई विश्वास नहीं है. मास्टर ब्लास्टर ने भी एक इंटरव्यू में हैरानी जताते हुए कहा कि भारतीय टीम के मौजूदा कप्तान महानतम खिलाड़ियों में से एक हैं लेकिन वह ‘तुलना में विश्वास’ नहीं करते. विराट कोहली तेजी से सचिन तेंदुलकर के वनडे में रिकॉर्ड 49 शतकों की तरफ भी बढ़ रहे हैं.
सचिन तेंदुलकर ने कहा था, ”एक खिलाड़ी के तौर पर विराट के विकास की बात करें तो मुझे लगता है कि उसने काफी तेजी से सुधार किया है. मुझे हमेशा लगता था कि उसमें अच्छा करने की ललक है और मुझे शुरू से ऐसा लगता था कि वह दुनिया के शीर्ष बल्लेबाजों में शामिल होगा. वह भी सिर्फ इस सदी के नहीं बल्कि सर्वकालिक महान खिलाड़ियों में से एक होगा.”
उन्होंने कहा, ”इस (कोहली को सर्वकालिक महान खिलाड़ी बताना) पर हर किसी की अपनी सोच है. अगर किसी को तुलना करनी हो तो मैं उसमें दखल नहीं करना चाहूंगा क्योंकि 60, 70 और 80 के दशक के अलग तरह के गेंदबाज थे, जब मैं खेलता था तब और आज के दौर में भी गेंदबाजी अलग-अलग तरह की हो गई है.”
बता दें कि 73 टेस्ट मैचों में विराट कोहली 54.57 की औसत से 6331 रन बना चुके हैं, जबकि 216 वनडे मैचों में उनके नाम 59.83 की शानदार औसत से 10232 रन हैं. वहीं, 62 टी-20 मैचों में उनके नाम 48.88 की शानदार औसत से 2,102 रन हैं. हाल ही में वनडे क्रिकेट में सबसे तेज 10 हजार रन बनाने का रिकॉर्ड कोहली ने हाल ही में सचिन से लेकर अपने खाते में डाल लिया है. सचिन ने जहां 259 पारियों में यह आंकड़ा पार किया था, विराट को इस मील के पत्थर को लांघने में 205 पारियों का सामना करना पड़ा.