बताया गया कि शिवम अपने दोस्तों के साथ पैदल कहीं जा रहा था। इसी दौरान स्कूटी पर सवार अपराधियों ने उसे रोका और इसके बाद उसे कई गोलियां मारी गईं। उसके जमीन पर गिरते ही अपराधी फरार हो गए।
स्थानीय लोगों और पुलिस ने उसे तत्काल टाटा मेन हॉस्पिटल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। उसकी मौत की जानकारी इलाके में फैलते ही लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। धतकीडीह मुखी बस्ती के सैकड़ों लोग सड़क पर उतर गए और धतकीडीह से कदमा जाने वाली मुख्य सड़क को जाम कर दिया। लोग अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे।
इसके बाद सिटी एसपी कुमार शिवाशीष घटनास्थल पर पहुंचे और लोगों को समझाकर शांत कराया। करीब एक घंटे के बाद जाम हटा लिया गया। शिवम धतकीडीह के रहने वाले मुन्ना घोष का पुत्र था। वर्ष 2021 के जनवरी महीने में शिवम पर अपनी चाची जूली घोष की हत्या का आरोप लगा था। उसकी चाची घर में सोई थी, तब उसने हमला कर उनकी हत्या कर दी थी। उस वक्त इस घटना को लेकर जनाक्रोश फूट पड़ा था।
इलाके के लोगों ने शिवम की गिरफ्तारी की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया था। लोगों के भारी दबाव के बीच पुलिस ने उसे कई दिनों बाद गिरफ्तार करके जेल भेजा था। शिवम के पिता मुन्ना घोष की भी आपराधिक पृष्ठभूमि रही है और वह भी कई मामलों में जेल जा चुके हैं। माना जा रहा है कि शिवम की हत्या आपराधिक वर्चस्व की लड़ाई में हुई है।