राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत वाराणसी में रविवार को हो रही छह दिनी प्रचारक संवर्ग की बैठक में शामिल होने पहुंच रहे हैं. वह छह दिनों तक वाराणसी में ही प्रवास करेंगे. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपने संसदीय क्षेत्र सोमवार को पहुंच रहे हैं. वह इस दौरान यहां सभा करेंगे और वाराणसी को ढाई हजार करोड़ रुपये की विकास योजनाओं की सौगात देंगे.
चूंकि संघ प्रमुख भागवत और पीएम मोदी दोनों ही वाराणसी में मौजूद रहेंगे तो कयास लगाए जा रहे हैं कि दोनों के बीच इस दौरान मुलाकात भी हो सकती है. ऐसा पहली बार हो रहा है कि भागवत और मोदी एक साथ वाराणसी में रहेंगे. बता दें कि संघ की बैठक के स्थान से महज डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर वाजिदपुर में प्रधानमंत्री की सभा होगी.
धर्मनगरी काशी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की साल में दूसरी महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है. इसके लिए संघ प्रमुख मोहन भागवत छह दिनों तक काशी में प्रवास करेंगे. संघ के शीर्ष नेतृत्व की मौजूदगी और प्रधानमंत्री के दौरे पर हर किसी की नजर होगी. हालांकि संघ प्रमुख और प्रधानमंत्री के मिलने का कार्यक्रम फिलहाल तय नहीं है.
संघ के प्रचारकों की यह बैठक शहर से बाहर हरहुआ के कोईराजपुर में एक निजी महाविद्यालय में चलेगी. इसमें संघ प्रमुख के अलावा सरकार्यवाह भैयाजी जोशी, सह सरकार्यवाह मनमोहन वैद्य, दत्तात्रेय होसबोले, कृष्ण गोपाल, अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख अरुण कुमार, सह प्रचार प्रमुख नरेश ठाकुर, सेवा प्रमुख सुहास हीरेमठ, सुनील कुलकर्णी आदि मौजूद रहेंगे.
पीएम मोदी के वाराणसी दौरे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री 12 नवंबर को छठ के अवसर पर अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी को ढाई हजार करोड़ रुपये के विकास कार्यों का उपहार देंगे. इस आशय की घोषणा करते हुए सीएम योगी ने काशी के लोगों से अनुरोध किया कि वह दीवाली के मौके पर अपने घरों में लगी लाइटों और सजावटों को ना उतारें. 12 नवंबर तक उन्हें वैसे ही रहने दें और उसदिन प्रधानमंत्री से विकास कार्यों का सुंदर उपहार मिलने के बाद फिर से दीये जलाएं और दीवाली मनाएं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को वाराणसी में दो राष्ट्रीय राजमार्गों का उद्घाटन करेंगे. इन सड़क मार्गों का निर्माण 1,571.95 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है. प्रधानमंत्री गंगा नदी पर अंतर्देशीय जलमर्गा टर्मिनल का भी उद्घाटन करेंगे. सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने मंगलवार को एक बयान में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को वाराणसी में दो महत्वपूर्ण राष्ट्रीय राजमार्ग राष्ट्र को समर्पित करेंगे. इसकी कुल लंबाई 34 किलोमीटर है और इसे 1,571.95 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है.’’
मंत्रालय के अनुसार 16.55 किलोमीटर लंबा वाराणसी रिंग रोड, चरण-1 कुल 759.36 करोड़ रुपये की लागत से और राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-56 पर 17.25 किलोमीटर लंबा बाबतपुर-वाराणसी राजमार्ग का निर्माण 812.59 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है.
प्रधानमंत्री के साथ इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के गवर्नर राम नाइक, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, पोत परिवहन, जल संसाधन, नदी विकास और गंगा सरक्षण मंत्री नितिन गडकरी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी होंगे. कार्यक्रम वाराणसी के हरदुआ में रिंग रोड तिराहे पर होगा.
बयान के अनुसार यह रिंग रोड राष्ट्रीय राजमार्ग 56 (लखनऊ-वाराणसी) पर यात्रा को सुगम बनाएगा. इससे वाराणसी के एयरपोर्ट से वाराणसी शहर के बीच यात्रा के समय में कमी आएगी तथा ईंधन की खपत और प्रदूषण में भी कमी आएगी. बयान के मुताबिक उसी दिन प्रधानमंत्री वाराणसी में गंगा नदी पर अंतर्देशीय जलमार्ग टर्मिनल राष्ट्र को समर्पित करेंगे.
कुल चार ‘मल्टी-माडल टर्मिनल में से यह पहला टर्मिनल है जिसका निर्माण राष्ट्रीय जलमार्ग-1 पर किया गया है. तीन अन्य टर्मिनल का निर्माण साहिबगंज, हल्दिया और गाजीपुर में किया जा रहा है. इन परियोजनाओं से गंगा नदी में 1500 से 2000 डीडब्ल्यूटी (डेडवेट टनेज) क्षमता के वाणिज्यिक पोतों की आवाजाही हो सकेगी.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को प्रधानमंत्री मोदी के 12 नवंबर को काशी आगमन से जुड़े कार्यक्रमों की समीक्षा की. योगी ने ग्रामीण क्षेत्रों सहित पूरे जनपद में स्वच्छता अभियान पर विशेष जोर देते हुए नगर आयुक्त को निर्देश दिया कि कचरे का डिब्बा ठीक सड़क किनारे ना लगवा कर आसपास लगवाएं ताकि सड़कों को गंदगी ना फैले. लोगों को स्वच्छता का एहसास भी हो.
मुख्यमंत्री योगी ने करीब 111 करोड़ रुपये की लागत से बने वाराणसी-बाबतपुर चार-लेन सड़क मार्ग के डिवाइडर पर लगे पेड़ों को आकर्षक रूप से सजाने का निर्देश दिया. उन्होंने वाराणसी से हल्दिया तक 1380 किलोमीटर लंबे जल मार्ग से माल ढुलाई के लिए रामनगर में 208 करोड़ रुपये की लागत से बने देश के पहले आईडब्ल्यूटी मल्टीमॉडल टर्मिनल के रास्ते की सफाई पर विशेष जोर दिया.
मुख्यमंत्री ने 186.48 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित सीवरेज ट्रीटमेण्ट प्लांट दीनापुर, 34 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित सीवरेज पम्पिंग स्टेशन तथा 155.87 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित इंटरसेप्शन सीवर मेन की लाइनों की समुचित सफाई का निर्देश जलनिगम के अभियंताओं को दिया.