बांग्लादेश के प्रमुख बंगाली दैनिक प्रोथोम एलो ने बताया, राजनयिक सूत्रों के अनुसार, इस बैठक के दौरान बांग्लादेश दोनों देशों के बीच संबंधों में तनाव को रोकने के उद्देश्य से एक संदेश देना चाहेगा।
8वां हिंद महासागर सम्मेलन 16-17 फरवरी को मस्कट, ओमान में होगा। इसका आयोजन ओमान के विदेश मंत्रालय के सहयोग से इंडिया फाउंडेशन कर रहा है। इस वर्ष सम्मेलन का विषय, समुद्री साझेदारी के नए क्षितिज की यात्रा है।
विदेश मंत्री जयशंकर और हुसैन की पिछली मुलाकात सितंबर में न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान हुई थी। यह अगस्त 2024 में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के पद से हटने के बाद भारत और बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के बीच पहली उच्च स्तरीय बातचीत थी।
बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद से भारत दोनों पड़ोसी देशों के बीच संबंधों को सामान्य बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। वहीं ढाका की वर्तमान सरकार बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदाय को सुरक्षा नहीं देने के कारण आलोचना का शिकार होना पड़ रहा है।
बता दें पिछले वर्ष 5 अगस्त को छात्रों के उग्र विरोध प्रदर्शन की वह हसीना की अवामी लीग सरकार का नाटकीय ढंग से पतन हो गया था।
शेख हसीना के देश छोड़कर भागने के बाद से अल्पसंख्यक समुदायों को लगातार निशाना बनाने की खबरें आ रही हैं।
दिसंबर में विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने एक दिवसीय यात्रा पर ढाका का दौरा किया और अंतरिम सरकार के शीर्ष नेतृत्व को नई दिल्ली की चिंताओं, विशेष रूप से बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और कल्याण से संबंधित चिंताओं से अवगत कराया।