भारतीय ऋषि परंपरा को पूरब से पश्चिम तक पहुंचाने वाले परमहंस योगानंद एक महान संत थे। जब भी विश्व शांति की बात आएगी, दुनिया को राह भारत ही दिखाएगा।
मुख्यमंत्री शुक्रवार को राजधानी में अपने सरकारी आवास पर योगदा सत्संग सोसायटी ऑफ इंडिया की ओर से परमहंस योगानंद की 125वीं जयंती पर आयोजित समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि योगानंद ने अपने 61 वर्ष के जीवन में से 32 वर्ष का समय विदेशों में देकर यहां के साधना मार्गों से विश्व को परिचित कराया। दुनिया में भारतीय संस्कृति व सभ्यता के प्रचार में उनका अतुलनीय योगदान था।
राज्यसभा सांसद और भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि परमहंस योगानंद ने क्रियायोग के माध्यम से संसार में रहते हुए असीम होने का अनुभव दिया है। योगदा सत्संग सोसायटी रांची के प्रशासक स्वामी ईश्वरानंद गिरि ने परमहंस योगानंदजी के जीवन और कार्यों के बारे में जानकारी दी।