चेन्नई। इरोड पूर्व उपचुनाव में के लिए मतगणना जारी है। शुरुआती रुझानों में डीएमके को बढ़त मिलती दिख रही है। कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना जारी है।
इरोड के जिला कलेक्टर राजा गोपाल सुनकारा ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा, सुरक्षा कारणों से, मतगणना केंद्र पर सीआईएसएफ की एक कंपनी के साथ 600 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। इसके अलावा, पूरे परिसर में सीसीटीवी निगरानी की जा रही है, जिसमें 76 कैमरे लगाए गए हैं, जिनमें से प्रत्येक मतगणना टेबल पर एक कैमरा लगा है।
चुनाव आयोग के अधिकारियों के अनुसार, डाक मतपत्रों की गिनती सुबह 8 बजे शुरू हुई, जबकि ईवीएम मतों की गिनती सुबह 8:30 बजे शुरू हुई।
अभी तक डीएमके उम्मीदवार वी.सी. चंद्रकुमार को 7,961 वोट मिले हैं, जबकि एनटीके उम्मीदवार एम.के. सीतालक्ष्मी को 1,081 वोट मिले हैं।
मतगणना प्रक्रिया 15 टेबलों पर 17 राउंड में होगी। प्रत्येक टेबल पर एक मतगणना पर्यवेक्षक, एक मतगणना सहायक और एक माइक्रो ऑब्जर्वर होता है, जिन्हें चयन प्रक्रिया के माध्यम से नियुक्त किया जाता है।
परिणामों की घोषणा के बाद, ईवीएम को आरडीओ कार्यालय के एक स्ट्रांग रूम में रख दिया जाएगा।
इरोड पूर्व विधानसभा उपचुनाव में कुल 246 मतदाताओं ने डाक मतपत्र से वोट डाला है। इनमें 85 वर्ष से अधिक आयु के लोग, शारीरिक रूप से विकलांग व्यक्ति, सेना और नौसेना के कर्मी और निवारक निरोध में शामिल लोग शामिल हैं।
उपचुनाव में 46 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा, जो डीएमके के वी.सी. चंद्रकुमार और एनटीके उम्मीदवार एम.के. सीतालक्ष्मी के बीच दो-कोने की लड़ाई में बदल गया।
उपचुनाव में 67.97 प्रतिशत मतदान हुआ, जिसमें 1,54,657 लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
तमिलनाडु की इरोड (पूर्व) विधानसभा सीट कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ईवीकेएस एलंगोवन के निधन के बाद खाली हुई थी। उनका पिछले साल 14 दिसंबर को निधन हो गया था। दो साल के भीतर इस सीट पर यह दूसरा उपचुनाव है।
इससे पहले कांग्रेस विधायक थिरुमहान एवरा के निधन के बाद इस सीट पर 2023 में चुनाव हुआ था। इसके बाद उनके पिता ईवीकेएस एलंगोवन चुनाव जीते थे। वहीं, दिसंबर में ईवीकेएस एलंगोवन का निधन हो गया, जिसके बाद अब यहां पर उपचुनाव की स्थिति पैदा हुई है।
चुनाव आयोग के अनुसार यहां पर कुल 65 प्रतिशत मतदान हुआ है।