अकाली दल ने 12वीं की इतिहास की किताब में गलत तथ्य पेश करने के विरोध में पार्टी अध्यक्ष सुखबीर बादल के नेतृत्व में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के आवास का घेराव करने की कोशिश की। दो बैरीकेड्स तोड़ते हुए जब वे आगे बढ़ने लगे तो पुलिस ने रोक दिया। इसके बाद सुखबीर, मजीठिया सहित करीब दो दर्जन नेताओं ने गिरफ्तारी दी।
पुलिस द्वारा रोके जाने पर अकालियों ने मुख्यमंत्री आवास के बाहर धरना दिया और प्रदर्शन किया। एमएलए हॉस्टल से अचानक मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने पहुंचे अकालियों को पुलिस ने बैरीकेड्स लगाकर रोकने की कोशिश की। इस दौरान अकालियों की पुलिस से तीखी झड़प भी हुई। हिरासत में लिए गए सभी नेताओं को सेक्टर तीन के थाने ले जाया गया। वहां भी अकाली धरने पर बैठ गए। पुलिस ने बाद में सभी को छोड़ दिया। अकाली नेताओं ने ‘गुरु इतिहास के कातिल मुर्दाबाद-मुर्दाबाद’, ‘कैप्टन अमरिंदर इस्तीफा दें’ तथा ‘कैप्टन हाय हाय’ के नारे लगाए।
अकाली दल ने कहा कि पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड (पीएसईबी) की बारहवीं की इतिहास की किताब में सिख इतिहास और सिख गुरुओं के बारे में तोड़-मरोड़ कर टिप्पणियां की गई हैैं। मुख्यमंत्री के निवास के सामने धरना देते हुए अकाली नेताओं ने ‘गुरु इतिहास के कातिल मुर्दाबाद-मुर्दाबाद’, कैप्टन अमरिंदर इस्तीफा दें’ तथा कैप्टन हाय हाय’ के नारे लगाए।
सुखबीर बादल ने इतिहास की पुस्तक में गुरु साहिबानों की बेअदबी करने के लिए मुख्यमंत्री से सिख कौम से माफी मांगने और अपने पद से इस्तीफा देने की मांग की। उन्होंने कहा कि जब तक वे ऐसा नहीं करते और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती तब तक अकाली दल की ओर से रोष प्रदर्शन जारी रहेगा। गुरु साहिबानों तथा सिख धर्म व विरासत के सम्मान की रक्षा के लिए अकाली दल कोई भी कुर्बानी देने के लिए तैयार है।
मजीठिया की पुलिस से तीखी झड़प
मुख्यमंत्री आवास के आगे धरना देने जाते पूर्व मंत्री बिक्रम मजीठिया और कई अकाली नेताओं की पुलिस से तीखी झड़प भी हुई। पुलिस प्रशासन ने कहा कि धरने की पूर्व सूचना नहीं दी गई थी। सुरक्षा बलों ने जब मजीठिया को रोका तो वे वहीं सड़क पर धरने पर बैठ गए। उन्होंने कहा कि किताब में गुरुओं को लुटेरा बताया गया है। वे पुलिस से अपील करते हैैं कि गुरु उनके भी हैैं, इसलिए पुलिस हमारा साथ दे। उन्होंने कहा कि जरूरत पडऩे पर संघर्ष को और तेज किया जाएगा।
गुप्त रखी धरने की रणनीति
अकाली दल ने इस धरने व प्रदर्शन की गुप्त रणनीति बनाई और किसी को भनक तक नहीं लगने दी। सुखबीर बादल ने अपने आवास पर 11.30 बजे प्रेस कांफ्रेंस बुलाई थी। एक घंटा पहले इसका समय बदलकर 12.30 बजे कर दिया। इसके बाद जब मीडिया के लोग पहुंचे तो आधा घंटा इंतजार करवाने के बाद शिअद के कार्यालय प्रबंधक ने कहा कि प्रेस कांफ्रेंस रद कर दी गई है। अब मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया जाएगा, आप वहां पहुंचें।
ये भी थे मौजूद
इस अवसर पर बलविंदर सिंह भूंदड़, हरी सिंह जीरा, गुलजार सिंह रणीके, बीबी जागीर कौर, महेशइंदर सिंह ग्रेवाल, दलजीत सिंह चीमा, सिकंदर सिंह मलूका, बंटी रोमाना, शरणजीत सिंह ढिल्लों, हरिंदरपाल सिंह चंदूमाजरा, परमिंदर सिंह ढींडसा, पवन कुमार टीनू, बलदेव खैहरा, गुरप्रताप सिह बडाला, कंवलजीत सिंह रोजी बरकंदी, एनके शर्मा, चरनजीत सिंह बराड़ आदि मौजूद थे।