चुनाव आयोग के वोटर टर्नआउट ऐप के अनुसार, मिल्कीपुर में 44.59 प्रतिशत और इरोड (पूर्व) में 42.41 प्रतिशत वोट डाले गए हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव के अलावा मिल्कीपुर और इरोड (पूर्व) में उपचुनाव के लिए भी मतदान की प्रक्रिया जारी है। वोटिंग के लिए सभी पोलिंग बूथों पर सुबह सात बजे से ही मतदाताओं की लाइन लगनी शुरू हो गई थी। सभी सीटों के नतीजे एक साथ 8 फरवरी को सामने आएंगे।
उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर विधानसभा सीट में भाजपा और समाजवादी पार्टी के बीच कड़ी टक्कर मानी जा रही है। यह सीट समाजवादी पार्टी के नेता अवधेश प्रसाद के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी।
समाजवादी पार्टी ने अवधेश प्रसाद को फैजाबाद लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारा था। इस चुनाव में उन्होंने भाजपा प्रत्याशी को पराजित कर शानदार जीत हासिल की थी। इसके बाद मिल्कीपुर विधानसभा सीट खाली हो गई थी। अब इस सीट पर समाजवादी पार्टी ने जहां अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को चुनावी मैदान में उतारा है, वहीं भाजपा ने चंद्रभानु पासवान पर दांव लगाया है।
लोकसभा चुनाव में फैजाबाद सीट गंवाने के बाद भाजपा के लिए मिल्कीपुर उपचुनाव प्रतिष्ठा की सीट हो गई है। इस सीट से कुल 10 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
तमिलनाडु की इरोड (पूर्व) विधानसभा सीट कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ईवीकेएस एलंगोवन के निधन के बाद खाली हुई थी। उनका पिछले साल 14 दिसंबर को निधन हो गया था। दो साल के भीतर इस सीट पर यह दूसरा उपचुनाव है।
इससे पहले कांग्रेस विधायक थिरुमहान एवरा के निधन के बाद इस सीट पर 2023 में चुनाव हुआ था। इसके बाद उनके पिता ईवीकेएस एलंगोवन चुनाव जीते थे। वहीं, दिसंबर में ईवीकेएस एलंगोवन का निधन हो गया, जिसके बाद अब यहां पर उपचुनाव की स्थिति पैदा हुई है।