सर्वे में बताया गया कि अच्छी मांग, नए बिजनेस और टेक्नोलॉजी में निवेश के कारण सर्विस सेक्टर में वृद्धि देखी गई है। हालांकि, कुछ कंपनियों के ग्राहकों की संख्या में गिरावट के कारण गतिविधियां सीमित रही हैं।
सर्वे के मुताबिक, एचएसबीसी इंडिया सर्विसेज पीएमआई बिजनेस एक्टिविटी इंडेक्स जनवरी में 56.5 रहा है। हालांकि, यह दिसंबर के आंकड़े 59.3 से कम है।
जब भी पीएमआई 50 के ऊपर होता है तो वह उस क्षेत्र में बढ़त को दर्शाता है।
सर्वे में आगे बताया गया है कि जनवरी 2025 में नौकरियां बढ़ने की दर दिसंबर 2024 से अधिक रही है और यह दिसंबर 2005 में डेटा संग्रह शुरू होने के बाद से अब तक की सबसे तेज वृद्धि है।
सर्वे में कहा गया कि कुल नए ऑर्डरों के ट्रेंड के विपरीत अंतरराष्ट्रीय बिक्री में तेजी वृद्धि हुई है। सर्वे में भाग लेने वाली कंपनियों ने बताया कि एशिया, यूरोप, मध्य पूर्व और अमेरिका के ग्राहकों से फायदा हो रहा है।
भारत में सर्विस प्रोवाइडर्स आने वाले 12 महीनों के दौरान व्यावसायिक गतिविधि में वृद्धि को लेकर आश्वस्त हैं। हालांकि सकारात्मक भावना का स्तर तीन महीने के निचले स्तर पर गिर गया, लेकिन यह मोटे तौर पर सीरीज ट्रेंड के अनुरूप था।
सर्वे में बताया गया कि नए कारोबार में सुधार और क्षमता विस्तार के कारण चालू वित्त वर्ष की आखिरी तिमाही की शुरुआत में नियोक्ता अतिरिक्त भर्तियां कर रहे हैं।
महंगाई दर लंबी अवधि के औसत से ऊपर बनी हुई है। बढ़ती लागत के बोझ और मजबूत मांग के परिणामस्वरूप, भारतीय सेवाओं की प्रोविजनल कीमतें 2025 की शुरुआत में और बढ़ गई हैं। दिसंबर में तेज वृद्धि के बाद महंगाई दर अपने ट्रेंड के ऊपर बनी हुई है।