दरअसल, मेयर चुनाव में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के पार्षदों ने क्रॉस वोटिंग की है। चुनाव में कुल 36 वोट पड़े थे। चंडीगढ़ में भाजपा के 16 पार्षद हैं और उन्हें जीत के लिए 19 वोट की जरूरत थी। चंडीगढ़ नगर निगम में आप के 13 और कांग्रेस के छह पार्षद हैं। आप और कांग्रेस के कुछ पार्षदों द्वारा क्रॉस वोटिंग की गई है।
इसके अलावा कांग्रेस उम्मीदवार जसबीर सिंह बंटी ने 19 वोटों के साथ सीनियर डिप्टी मेयर का चुनाव जीत लिया है। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के संयुक्त उम्मीदवार के पक्ष में 19 और भाजपा उम्मीदवार बिमला दुबे के पक्ष में 17 वोट पड़े थे।
सीनियर डिप्टी मेयर का चुनाव जीतने पर जसबीर सिंह बंटी ने खुशी जाहिर की। उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में कहा, मैं चंडीगढ़ के सांसद और सभी पार्षदों को धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने मेरे पक्ष में मतदान किया। मैं सभी को आश्वासन देता हूं, चंडीगढ़ के जो भी काम रुके हुए हैं, मैं उन्हें पूरा कराऊंगा।
उन्होंने मेयर चुनाव में क्रॉस वोटिंग को लेकर कहा, जिन्होंने भी चुनाव में क्रॉस वोटिंग की है, पार्टी उन पर जरूर कार्रवाई करेगी। सांसद मनीष तिवारी क्रॉस वोटिंग करने वाले पार्षदों का पता लगाकर उन पर कार्रवाई करेंगे।
साथ ही कांग्रेस की उम्मीदवार तरुणा मेहता को डिप्टी मेयर पद पर जीत मिली है। तरुणा मेहता को 19 वोट मिले हैं, जबकि भाजपा के लखबीर सिंह बिल्लू को 17 वोट मिले हैं।
चंडीगढ़ मेयर और सीनियर डिप्टी मेयर के लिए मतदान गुरुवार सुबह 11 बजे हुआ था और थोड़ी देर के बाद नतीजे घोषित किए गए।
उल्लेखनीय है कि आप उम्मीदवार 46 वर्षीय प्रेम लता भारतीय वायुसेना के सेवानिवृत्त अधिकारी की पत्नी हैं। वह वर्तमान में एक सरकारी स्कूल में 11वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों को अंग्रेजी पढ़ाती हैं।
वहीं, भाजपा नेता हरप्रीत बबला दूसरी बार पार्षद बनी हैं। वह सेना के एक सेवानिवृत्त कर्नल की बेटी हैं और उनकी शादी पूर्व पार्षद देविंदर सिंह बबला से हुई है, जो पहले कांग्रेस में थे।