रविवार को सिग्नेचर ब्रिज के उद्घाटन के दौरान आम आदमी पार्टी (AAP) और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प ओखला से विधायक अमानतुल्लाह खान ने सोमवार को अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआइ से बातचीत में सफाई देते हुए इसके लिए दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी को घेरा है। उन्होंने कहा कि भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी को उद्घाटन समारोह में आमंत्रित ही नहीं किया गया था। बावजूद इसके वे अपने समर्थकों को लेकर वहां पहुंच गए। इस दौरान वहां पोस्टर फाड़े, काले झंडे दिखाए और आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर हमला किया।
इस दौरान उन्होंने सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा कि जब सीएम अरविंद केजरीवाल उद्घाटन समारोह स्थल पर पहुंचे तो मनोज तिवारी मंच के पास आ गए। इस दौरान दिल्ली पुलिस ने उन्हें नहीं रोका। उन्होंने मनोज तिवारी को धक्का मारने के आरोपों पर कहा कि वे मंच पर चढ़ने की कोशिश कर रहे थे तो मैंने उन्हें रोका लेकिन मैंने उन्हें धक्का नहीं मारा।
अमानतुल्लाह खान की मानें तो यह सामान्य प्रतिक्रिया थी। अगर दावा किया कि भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी अगर अपने समर्थकों के साथ मंच पर चढ़ने में सफल हो जाते तो वे सीएम अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के साथ बदसलूकी कर सकते थे। उनपर हमला भी कर सकते थे।
वहीं, मनोज तिवारी का कहना है कि उन्हें आम आदमी पार्टी के एक विधायक ने गोली मारने की धमकी दी थी। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ पुलिसकर्मियों भी उनके साथ गलत व्यवहार किया। इतना ही नहीं मनोज तिवारी ने दावा किया है कि उनके साथ धक्का-मुक्की करने वाले पुलिसकर्मियों की पहचान हो गई है।