मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कटरा के एक आश्रम में भजन कार्यक्रम चल रहा था. जिसमें फारूख अब्दुल्ला शामिल हुए थे. इस दौरान वे भजन गायक और बच्चों के साथ माता का भजन गा रहे थे. इस दौरान उन्होंने रोपवे परियोजना के विरोध में लोगों के समर्थन में आवाज उठाई. उन्होंने कहा कि मंदिर का संचालन करने वाले लोगों को ऐसा एक भी काम नहीं करना चाहिए, जो स्थानीय लोेगों के हितों को क्षति पहुचांए और स्थानीयों के लिए समस्या पैदा करे.
लोगों के पास है सरकार बनाने या गिराने की शक्ति- अब्दुल्ला
कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि लोगों को अहसास हो चुका है कि सत्ता सरकार के हाथों में नहीं बल्कि जनता के हाथों में है. उन्होंने जोर देते हुए कहा कि लोगों के पास सरकार गिराने और सरकार बनाने दोनों की शक्ति है. इसलिए अधिकारी अब उनसे पूछ रहे हैं कि रोपवे का निर्माण कहां किया जाना चाहिए.
लोग माता के आशीर्वाद यहीं से अपने परिवार का पेट पालते हैं
अब्दुल्ला ने कटरा में कहा कि पहाड़ियों में रहने वाले लोग माता के आशीर्वाद से अपनी आजीविका चलाने के लिए यहां आते हैं. वे यहां काम करके अपना और अपने परिवार का पेट पालते हैं. लेकिन अब उन लोगों को भुलाया जा रहा है. उन लोगों को लगता है कि वही सबकुछ हैं, आम आदमी कुछ भी नहीं है. ईश्वर की शक्ति जब प्रबल होती है तो सब कुछ फीका हो जाता है.
‘स्वार्थ के लिए होता है धर्म का दुरुपयोग’
एनसी चीफ ने आगे सभी धर्मों की मूल प्रत्येक धर्म की मूल शिक्षाएं एक जैसी ही हैं. लेकिन लोग अकसर खुद के स्वार्थ के लिए धर्म का दुरुपयोग करते हैं.
राम धुन गाते दिखे थे अब्दुल्ला
बता दें, इससे पहले अब्दुल्ला का एक और वीडियो सामने आया था, जिसमें वे रामधुन गा रहे थे. वे कह रहे थे कि मेरे राम-मेरे राम.