भाजपा विधायक शंकर घोष ने ममता बनर्जी के बयान पर कहा, ममता बनर्जी को जो कदम उठाने चाहिए थे, उन्होंने नहीं उठाए। लोगों को मानना है कि ममता बनर्जी और उनका प्रशासन आरोपी संजय रॉय और उनके सभी साथियों को बचाने की कोशिश कर रहे थे। इसलिए लोगों का खुन्नस ममता बनर्जी पर सबसे ज्यादा है। ममता बनर्जी आज संजय रॉय की फांसी मांग इसलिए कर रही हैं, क्योंकि उनके साथ जो मिले हैं, उनको बचाया जा सके। मुख्यमंत्री का यह सब सिर्फ नाटक है।
आरजी कर मामले के मुख्य दोषी संजय रॉय को फांसी नहीं होने पर भाजपा नेता दिलीप घोष ने कहा, इससे बंगाल का हर व्यक्ति निराश है। लोगों की भावना आहत हुई है। सबसे दुखदायी बात यह है कि दोषियों को बचाने के लिए साजिश के तहत यह प्रक्रिया चली है। दोषी कोई भी हो, ऐसा नतीजा नहीं आना चाहिए था। मुझे लगता है कि अभी भी संभावना है कि साजिश को उजागर करके दोषी को सजा दी जाए।
फैसले को चुनौती देते हुए और आरोपी को फांसी देने की मांग को लेकर बंगाल सरकार के हाईकोर्ट जाने पर भाजपा नेता ने कहा, इससे कुछ नहीं होने वाला है, सिर्फ पैसों की बर्बादी है। उन्होंने सबूतों को खत्म कर दिया है, आरोपियों को बचाने के लिए शासन और प्रशासन की पूरी ताकत लगा दी है। उनका फांसी मांगने और हाईकोर्ट का रुख करने के लिए क्या अधिकार बनता है। अगर ममता बनर्जी सच में चाहती हैं कि आरोपी को फांसी की सजा मिले, तो उनकी सरकार और प्रशासन सबूत जुटाकर कोर्ट को दे।
उल्लेखनीय है कि इस मामले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बयान में कहा, मेरा दृढ़ विश्वास है कि यह एक जघन्य अपराध है जिसके लिए मृत्युदंड दिया जाना चाहिए। हम अब उच्च न्यायालय में दोषी को मृत्युदंड दिए जाने की मांग करेंगे।
उनके अनुसार, वह विशेष अदालत के फैसले से बहुत हैरान हैं, जिसने इस अपराध को दुर्लभतम नहीं माना।