लखनऊ : लखनऊ में संभागीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) पर परिवहन आयुक्त पी.गुरुप्रसाद ने औचक निरीक्षण किया। आयुक्त ने रिकार्ड रुम की ओर बढ़ते हुए एक अवैध एजेंट को कम्प्यूटर चलाते हुए देखकर अपने पास बुलाया, पूछताछ करने के बाद पुलिस के हवाले कर दिया। आरटीओ कार्यालय में अवैध एजेंट या दलालों की सक्रियता की सूचना पर शनिवार को परिवहन आयुक्त पी.गुरुप्रसाद ने आरटीओ पर औचक निरीक्षण किया । इससे आरटीओ में अधिकारियों व कर्मचारियों में हड़कम्प मच गया। पी.गुरुप्रसाद के आरटीओ में घुसने से पहले ही दो एजेंटो को उन्होंने बाहर ही पकड़ लिया। जो लाइसेंस बनवाने के जुगत में कार्यालय आये थे।
परिवहन आयुक्त पी.गुरुप्रसाद निरीक्षण कर ही रहे थे, तभी दो एजेंट दबे पांव भागने की कोशिश करने लगे। उन्हें देखकर पी.गुरुप्रसाद ने बुलाया और पूछताछ के बाद पुलिस के हवाले कर दिया। इसी तरह से एक व्यक्ति कम्प्यूटर पर बैठा दिख गया, जिसकी पहचान पूछने पर अधिकारी कुछ बोल नहीं सके। इस पर परिवहन आयुक्त ने उसे बुलाकर पूछताछ की और उसे भी पुलिस के हवाले कर दिया। करीब एक घंटे के निरीक्षण के दौरान उन्होंने स्वयं ही विभागीय कम्प्यूटरों की जांच की।
औचक निरीक्षण के दौरान एडिशनल परिवहन आयुक्त वीके अग्निहोत्री, सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी राघवेन्द्र सिंह समेत विभागीय अधिकारी मौजूद रहें। आरटीओ के पीटीओ रवि त्यागी ने शनिवार को दोपहर के समय चले चेकिंग अभियान में सीतापुर रोड पर ओवरलोड, डग्गामार 13 वाहनों को पकड़ा। बीकेटी थाने के निकट एक ट्रैक्टर के पकड़े जाने पर पीटीओ के पास क्टर को छोड़ने के लिए कई फोन आये लेकिन उन्होंने नहीं छोड़ा।