डीजीपी ओपी सिंह ने प्रेस वार्ता कर दी जानकारी
लखनऊ : संयुक्त राष्ट्र अमेरिका का मियामी एयरपोर्ट को उड़ाने की धमकी देने वाले 12वीं का छात्र उत्कर्ष द्विवेदी को यूपी एटीएस ने जालौन से गिरफ्तार किया है। पकड़े गए छात्र ने यह स्वीकारा है कि उसने ही एयरपोर्ट को उड़ाने की धमकी दी थी। उसने यह भी कहा कि मानसिक स्थिति ठीक है, मेरे साथ धोखा हुआ, जिसके चलते मैंने यह कदम उठाया है। उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक डीजीपी ओपी सिंह ने शनिवार को बताया कि एफबीआई व एनआईए की मदद से यूपी एटीएस ने जालौन से उत्कर्ष द्विवेदी (18) को गिरफ्तार किया है। उसके पास से फर्जी आधार कार्ड, धमकी देने वाला मोबाईल और कम्प्यूटर को जब्त कर लिया गया है।
पूछताछ पर पकड़े गए युवक ने कुबूला कि उसने ही अमेरिका के मियामी एयरपोर्ट को उड़ाने की धमकी दी थी। उसने जांच टीम को बताया कि उसके पिता एक एनजीओ चलाकर परिवार का भरण पोषण करते हैं। वह 12वीं कक्षा में पढ़ता है। पांच माह पहले उसकी फेसबुक पर अमेरिका में रहने वाले युवक से दोस्ती हुई थी। उसने अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को लेकर बातचीत की तो उस युवक ने बिट क्वाइन के बारे में बताया। उसने कहा कि अगर जल्द ही अमीर बनना चाहता है तो बिट क्वाइन पर पैसा लगाये। इसके बाद छात्र ने किसी तरह अपने पिता से करीब 70 हजार रुपये लिये और उसे अमेरिका के डॉलर एक हजार पाउंड में बदल कर उस अमेरिका नागरिक को दे दिया। उस नागरिक ने छात्र का पैसा हड़प लिया। इसके लेकर छात्र ने एफबीआई से बात की, लेकिन कोई मदद न मिलने से वह आहत हो गया और उसने योजना के तहत अमेरिका के मियामी एयरपोर्ट को उड़ाने की धमकी दे दी।
डीजीपी ने बताया कि छात्र ने 02 अक्टूबर से लेकर 31 अक्टूबर तक पांच बार मियामी एयरपोर्ट को उड़ाने की धमकी दी है। युवक ने एफबीआई को 50 बार कॉल किया था। छात्र ने धमकी दिया कि अगर उसकी समस्या को हल नहीं किया गया तो वह इस वारदात को अंजाम देगा। उसके पास ए.के. 47 समेत कई हथियार है। उन्होंने बताया कि युवक ने इस वारदात को अंजाम देने के लिए छद्म नाम से फर्जी आधार कार्ड व ईमेल आईडी बनायी थी। उसके खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।