18 साल बाद रणजी ट्रॉफी का मैच खेल रही बिहार की टीम को बड़ी नाकामी हाथ लगी है. वहीं, उत्तराखंड की टीम ने भारतीय घरेलू क्रिकेट के सबसे बड़े टूर्नामेंट में अपने सफर का आगाज जीत के साथ किया है. पहली बार रणजी ट्रॉफी में खेल रही उत्तराखंड ने प्लेट ग्रुप के एकतरफा मुकाबले में बिहार को 10 विकेट से हरा दिया. मैच के दूसरे दिन शुक्रवार को उत्तराखंड के गेंदबाजों ने बिहार को दूसरी पारी में 169 रनों पर ही ऑल आउट कर दिया. बिहार ने अपनी पहली पारी में महज 60 रन बनाए थे. उत्तराखंड ने अपनी पहली पारी में 227 रन बनाए थे. इस कारण उत्तराखंड को दूसरी पारी में महज तीन रनों का लक्ष्य मिला.
कर्णवीर कौशल ने पहली ही गेंद पर चौका मार उत्तराखंड को 10 विकेट से जीत दिला दी. उत्तराखंड ने पहले दिन का अंत सात विकेट के नुकसान पर 201 रनों के साथ किया था. रजत भाटिया और दीपक धोपाला ने दिन की शुरुआत की और दीपक स्कोरबोर्ड में छह रन जुड़ने के बाद ही दो के निजी स्कोर पर आउट हो गए. इसी स्कोर पर धनराज शर्मा बिना खाता खोले पवेलियन लौट लिए.
सन्नी कश्यप ने कुछ देर रजत भाटिया का साथ दिया और 21 रन जोड़े जिसमें उनका योगदान सिर्फ एक रन का था. रजत 38 रनों पर नाबाद लौटे. बिहार के लिए आशुतोष अमन ने चार विकेट लिए. इसी के साथ उत्तराखंड ने बिहार पर 167 रनों की बढ़त ले ली थी.
अपनी दूसरी पारी खेलने उतरे बिहार के बल्लेबाज एक बार फिर नाकाम रहे. उसके लिए समर कादरी ने सर्वाधिक 36 रन बनाए. अनुन्य सिंह ने 35 रनों का योगदान दिया. दूसरी पारी में बिहार 50.5 ओवरों में 169 रनों पर ही ऑलआउट हो गई और उत्तराखंड को बहुत आसान सा लक्ष्य मिला जिसे उसने एक गेंद में ही हासिल कर लिया. दूसरी पारी में उत्तराखंड के लिए सन्नी ने चार विकेट लिए. दीपक ने तीन विकेट अपने नाम किए. धनराज शर्मा को दो विकेट मिले.
पहली पारी में 60 रन पर सिमट गई थी बिहार की टीम
देहरादून में खेले जा रहे रणजी ट्रॉफी के प्लेट ग्रुप के पहले मुकाबले में गुरुवार को उत्तराखंड की क्रिकेट टीम ने बिहार की टीम को पहली पारी में केवल 60 रनों पर ही समेट दिया. पहले दिन टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी बिहार की टीम केवल 22.1 ओवर ही खेल पाई. मेजबान टीम की ओर से दीपक ढोपाला ने सबसे ज्यादा छह विकेट लिए. जवाब में उत्तराखंड ने दिन का खेल खत्म होने तक 65 ओवर में सात विकेट के नुकसान पर 201 रन बना लिए हैं. मेजबान टीम के लिए सलामी बल्लेबाज कर्णवीर कौशल ने 91 रनों की शानदार पारी खेली.
बता दें कि बिहार की टीम को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद रणजी खेलने का मौका मिला है. कोर्ट ने कहा था कि इसी साल सितंबर से सभी टूर्नामेंट में बिहार की टीम खेलेगी. साथ ही इस टूर्नामेंट में नॉर्थ ईस्ट की डेब्यू कर रही सात टीमों सहित रिकॉर्ड कुल 37 टीमें इस बार रणजी क्रिकेट टूर्नामेंट में चुनौती पेश कर रही हैं.
करण कौशल ने विजय हजारे ट्रॉफी में जड़ा था दोहरा शतक
बता दें कि इसी साल उत्तराखंड के बल्लेबाज कर्णवीर कौशल ने भारतीय क्रिकेट इतिहास में अपना नाम खास रिकॉर्ड के लिए दर्ज कर लिया है. वह विजय ट्रॉफी के इतिहास में दोहरा शतक जड़ने वाले पहले बल्लेबाज बने थे. कर्णवीर ने यह कारनामा सिक्किम के खिलाफ किया. वह भारत के लिस्ट ए टूर्नामेंट में दोहरा शतक जड़ने वाले पहले क्रिकेटर हैं. उन्होंने 132 गेंदों में अपना दोहरा शतक पूरा किया था. इसके साथ ही उनके नाम विजय हजारे ट्रॉफी के 26 साल पुराने इतिहास में सबसे बड़ी पारी खेलने का रिकॉर्ड दर्ज हुआ था. इससे पहले इस टूर्नामेंट की सबसे बड़ी पारी का रिकॉर्ड अजिंक्य रहाणे के नाम दर्ज था. रहाणे ने मुंबई की ओर से खेलते हुए महाराष्ट्र के खिलाफ साल 2017-18 में 187 रन की पारी खेली थी. कौशन ने अपना अर्धशतक 38 गेंदों में पूरा किया. इसके बाद अगली 32 गेंदों में उन्होंने अपना शतक पूरा किया था. अपनी 135 गेंदों की पारी में उन्होंने 18 चौके और 9 छक्के जड़े थे. इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 150 से ज्यादा का था.