मंगलवार सुबह भारत समेत तीन देशों में भूंकप के तेज झटके महसूस किए गए. इस भूकंप ने सबसे ज्यादा तबाही तिब्बत में मचाई. जहां 95 लोगों की मौत हुई है. जबकि 100 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.
तिब्बत के लिए मंगलवार की सुबह आफत लेकर आई. देश में आए 7.1 तीव्रता के भूकंप ने कई लोगों की जान ले ली. तिब्बत के एक शिजिंग शहर के पास हिमालय की उत्तरी तलहटी में मंगलवार सुबह करीब नौ बजे 7.1 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया. इस भूकंप में मरने वालों की संख्या बढ़कर 95 हो गई है. जबकि 130 लोगों के घायल होने की अब तक जानकारी सामने आई है. इस भूकंप से तिब्बत ही नहीं बल्कि नेपाल, भूटान और भारत सहित पड़ोसी देशों में इमारतें हिल गईं.
सुबह नौ बजे आया 7.1 तीव्रता का भूकंप
क्षेत्रीय आपदा राहत मुख्यालय के अनुसार, मंगलवार सुबह 9:05 बजे (बीजिंग समय) चीन के तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के शिजिंग शहर के डिंगरी काउंटी में भूकंप आया. जानकारी के मुताबिक, चीन भूकंप नेटवर्क केंद्र की रिपोर्ट में कहा गया कि ये भूकंप की जमीन के भीतर 10 किमी की गहराई में आया. राष्ट्रीय टेलीविजन प्रसारक सीसीटीवी ने बताया कि तिब्बती में इस भूकंप से कई इमारतें और घर गिर गए. जिसके मलबे में दबकर कम से कम 95 लोग मारे गए हैं. इस भूकंप के झटके दिल्ली-एनसीआर और कई उत्तर भारतीय इलाकों समेत बिहार के कुछ हिस्सों में भी महसूस किए गए.
कई बार महसूस किए गए भूकंप के झटके
1. नेपाल में मंगलवार सुबह 7.1 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए. जिससे तिब्बत में भारी तबाही मचाई. इससे दिल्ली-एनसीआर और उत्तर भारत के विभिन्न हिस्सों में भी झटके महसूस किए गए.
2. संयुक्त राज्य भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (यूएसजीएस) के अनुसार, भूकंप सुबह 6.35 बजे नेपाल-तिब्बत सीमा के पास लोबुचे से 93 किमी उत्तर पूर्व में आया.
3. भूकंप का केंद्र वहां स्थित था जहां भारत और यूरेशिया की प्लेटें टकराती हैं और हिमालय के पहाड़ों में इतना मजबूत उभार पैदा करती हैं कि दुनिया की कुछ सबसे ऊंची चोटियों की ऊंचाई बदल सकती है.
4. चीन भूकंप नेटवर्क केंद्र (सीईएनसी) के अनुसार, सुबह 9:05 बजे नेपाल की सीमा के पास डिंगरी काउंटी में 6.8 तीव्रता का भूकंप आया.
5. चीन ने कहा कि नेपाल सीमा के पास तिब्बत क्षेत्र में आए शक्तिशाली भूकंप में कम से कम 95 लोग मारे गए.
6. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भूकंप के केंद्र के 5 किलोमीटर (3 मील) के भीतर कुछ समुदाय थे, जो तिब्बत की राजधानी ल्हासा से 380 किलोमीटर (240 मील) दूर था.