डॉक्टर व स्टाफ की मिलीभगत से मरीज को अपने यहां रेफर करवाकर तीमारदारों को लूटने में जुटे निजी अस्पताल
-अश्वनी उपाध्याय
मिर्जापुर : केन्द्र व उत्तर प्रदेश सरकार की हाल में शुरू हुई अत्यन्त महत्वपूर्ण योजना “आयुष्मान भारत योजना “जिसके अन्तर्गत लाभार्थी को 5 लाख तक के इलाज की सुविधा देने की व्यवस्था की गई है किन्तु जनपद में इस महत्वपूर्ण योजना को ग्रहण लगता दिखाई दे रहा है। जिले में इलाज के नाम पर गरीब अनपढ़ व दलित वर्ग के लोगों का शोषण करने वाले गिरोह के चलते योजना पर पानी फिरता दिखाई दे रहा है। वाराणसी सहित पास के कई जिलों के कुछ निजी अस्पतालों द्वारा जनपद में अपनी प्राइवेट एम्बुलेंस के साथ नुमाइन्दे नियुक्त किये गये हैं जो कि जिला अस्पताल व महिला अस्पताल में गंभीर दशा के रोगियों को डाक्टरों व अन्य स्टाफ की मिलीभगत से अपने अपने अस्पतालों में भेजकर उनका जबरदस्त आर्थिक शोषण करते हैं।
वर्षों से अपना डेरा जमाये ये दलाल कुछ माह पहले जिला अस्पताल परिसर के अंदर अपनी-अपनी एम्बुलेंस खड़ी करके बेखौफ़ इस अवैध कृत्य को अंजाम देने मे लगे रहते थे किन्तु कुछ सामाजिक संगठनों द्वारा शिकायत करने व मीडिया में प्रकाशित ख़बर के चलते इन दिनों ये लोग अपनी प्राइवेट एम्बुलेंस चिकित्सालय के पास रैदानी कालोनी में संचालित एक निजी अस्पताल पर खड़ी करके दिन की बजाय रात में अस्पताल मे घूमते रहते हैं और इस अवैध कृत्य को अंजाम देते हैं हालांकि इस मामले की शिकायत कई बार स्थानीय लोगों द्वारा पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों से किया गया किन्तु कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई
पुलिस की मिलीभगत या दबाव!
एक तरफ जहां दिनरात पुलिस द्वारा शान्ति भंग पाकेट मारो सहित छोटे मोटे अपराधियों पर कार्यवाही अथवा धरपकड़ कर वाहवाही लूटी जाती हैं वहीं दूसरी ओर इस अवैध कृत्य पर मूकदर्शक बनी पुलिस की मंशा पर प्रश्नचिन्ह खड़ा होता दिखाई देता है। पुलिस और डाक्टर एक दूसरे पर आरोप मढकर अपना पल्ला झाड़ने में लगे हैं।