अदाणी सीमेंटेशन और अंबुजा सीमेंट्स के विलय के प्रस्ताव को जून 2024 में दोनों कंपनियों के बोर्ड द्वारा मंजूरी दी जा चुकी है।
1 जनवरी को स्टॉक एक्सचेंज द्वारा जारी किए गए सर्कुलर में बताया गया कि यह विलय विभिन्न वैधानिक और विनियामक अनुमोदनों तथा योजना में शामिल कंपनियों के संबंधित शेयरधारकों और ऋणदाताओं के अधीन है।
सर्कुलर में आगे कहा गया कि कंपनी द्वारा प्रस्तुत विलय के ड्राफ्ट और अन्य दस्तावेजों के आधार पर, जिसमें सेबी रेगुलेशन्स, 2015 के रेगुलेशन 11 के अनुसार दिया गया अंडरटेकिंग शामिल है, हम सेबी रेगुलेशन्स, 2015 के रेगुलेशन 37 के अनुसार अपनी नो ऑब्जेक्शन व्यक्त करते हैं, ताकि कंपनी एनसीएलटी में ड्राफ्ट योजना दाखिल कर सके।
अदाणी ग्रुप की सीमेंट कंपनी अदाणी सीमेंट तेज गति से आगे बढ़ रही है। कंपनी ने 2028 तक 140 मिलियन टन प्रति वर्ष (एमटीपीए) की क्षमता विकसित करने का लक्ष्य तय किया है।
इस कदम से अंबुजा सीमेंट्स दक्षता को बढ़ावा देने, प्रतिस्पर्धी ताकत बढ़ाने और अनुपालन प्रक्रियाओं को सरल बनाने की कोशिश कर रहा है।
2028 तक 140 एमटीपीए के लक्ष्य को हासिल करने के लिए अंबुजा सीमेंट ने पिछले साल अक्टूबर में 8,100 करोड़ रुपये के इक्विटी मूल्य पर ओरिएंट सीमेंट लिमिटेड (ओसीएल) का अधिग्रहण किया था। कंपनी ने अपने मौजूदा प्रमोटरों और कुछ सार्वजनिक शेयरधारकों से ओसीएल के 46.8 प्रतिशत शेयरों का अधिग्रहण किया था और कंपनी ने बताया था कि इस अधिग्रहण को पूरी तरह से आंतरिक स्रोतों से वित्त पोषित किया जाएगा।
अंबुजा ने अपनी सहायक कंपनियों एसीसी लिमिटेड, पेन्ना सीमेंट इंडस्ट्रीज लिमिटेड और सांघी इंडस्ट्रीज लिमिटेड के साथ मिलकर अदाणी समूह की सीमेंट क्षमता को 88.9 एमटीपीए तक पहुंचा दिया है, जिसमें देश भर में 20 एकीकृत सीमेंट मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स, 20 सीमेंट पीसने वाली इकाइयां और 12 बल्क टर्मिनल शामिल हैं।
गुरुवार को अंबुजा सीमेंट्स के शेयर 1.30 फीसदी की तेजी के साथ 545.60 रुपये पर कारोबार कर रहे थे।