भारत के अंदर मतभेद की ख़बरें थीं। कप्तान रोहित शर्मा रन बनाने में इतने पीछे हैं कि टीम में उनकी जगह अच्छी नहीं लग रही है। कोच गौतम गंभीर ने यह पुष्टि नहीं की कि रोहित को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया जाएगा या नहीं, जिससे भारत की तैयारी में बहुत अलग तरह का माहौल बना।
जिस खिलाड़ी को ऊपर आने के लिए बाहर किया गया था, वह शुभमन गिल नेट्स पर ज़ल्दी ही आ गए थे, और ध्रुव जुरेल जो पहले प्लेइंग इलेवन के साथ ट्रेनिंग नहीं कर रहे थे, वह आखिरी खिलाड़ी थे। अगर यह संकेत है कि वे प्लेइंग इलेवन में शामिल हो सकते हैं, तो जो खिलाड़ी अभी प्लेइंग इलेवन में है, उसे बाहर होना पड़ सकता है। तो क्या रोहित बाहर जा रहे हैं?
भारत पहली पारी में रन बनाने के लिए संघर्ष करता दिखा है। उनकी 22.40 की औसत एक सीज़न में उनका सातवां सबसे कम है। हालांकि सिडनी एक ऐसी जगह है जहां उन्हें मज़ा आ सकता है। सिडनी का मैदान अब बल्लेबाज़ी के मुफ़ीद नहीं रह गया है, जैसा पहले हुआ करता था जब भारत ने 2003 में 705 रन बनाकर पारी घोषित की थी। लेकिन यहां पर अभी भी 34.85 का गेंदबाज़ी औसत है जो ऑस्ट्रेलिया के अन्य मैदानों से काफ़ी बेहतर है। यही एक कारण हो सकता है कि ऑस्ट्रेलिया गेंदबाज़ी को मज़बूत कर रहा है। ऑस्ट्रेलिया में मिचेल मार्श की जगह बो वेबस्टर अपना टेस्ट डेब्यू करेंगे।
यशस्वी जायसवाल इस सीरीज़ में भारत के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज़ रहे हैं। नीतीश कुमार रेड्डी इसके अलावा एक सफल बल्लेबाज़ रहे हैं। आकाश दीप इस टेस्ट से बाहर हो गए हैं।
क्या सिडनी टेस्ट रोहित शर्मा का आख़िरी टेस्ट होगा या उन्होंने इससे पहले ही हटने का फ़ैसला कर लिया है? भारत की पर्थ में जीत रोहित के बिना आई थी। उन्होंने ख़ुद को मध्य क्रम में लाकर टीम की गति ख़राब नहीं करने की कोशिश की लेकिन वह सफल नहीं हुए। पिछले टेस्ट में वह ओपन करने उतरे लेकिन वहां पर भी विफल रहे। भारत को अब अगला टेस्ट जून 2025 से पहले नहीं खेलना है तब तक रोहित 38 साल के हो जाएंगे। उन्होंने गुरुवार को नेट्स पर बल्लेबाज़ी की, केवल थ्रोडाउन का सामना किया, जो उन्होंने मेलबर्न टेस्ट से पहले भी किया था।
अगर इस सीरीज़ में जसप्रीत बुमराह नहीं होते तो पैट कमिंस इस सीरीज़ में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ होते। पर्थ के बाद से वह एक बेहतरीन गेंदबाज़ के तौर पर उभरे हैं। वह मेलबर्न में प्लेयर ऑफ़ द मैच थे। वह यह टेस्ट जीतकर अपनी टीम को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फ़ाइनल में देखना चाहेंगे।
भारत को अब फ़ाइनल की दौड़ में बने रहने के लिए सिडनी टेस्ट हर हाल में जीतना होगा और यह दुआ करनी होगी कि ऑस्ट्रेलिया को श्रीलंका में एक भी मैच में जीत ना मिले। श्रीलंका की जीत या ड्रॉ भारत की संभावनाओं को मज़बूत करेगी, लेकिन उसके लिए ज़रूरी शर्त सिडनी टेस्ट जीतना है। अगर सिडनी टेस्ट ड्रॉ होता है, तो श्रीलंका में दोनों टेस्ट हारने के बाद भी ऑस्ट्रेलिया फ़ाइनल में पहुंच जाएगा।
पिच और परिस्थिति
इस पिच पर थोड़ी घास छोड़ी गई है। यहां पिछले दो शील्ड मैचों में एक अच्छा क्रिकेट विकेट देखने को मिला था, जहां गेंदबाज़ों को फ़ायदा पहुंचा था। मौसम को लेकर यहां पर कोई दिक्कत नहीं होगी।
ऑस्ट्रेलिया : उस्मान ख़्वाजा, सैम कॉन्स्टास, मार्नस लाबुशेन, स्टीवन स्मिथ, ट्रैविस हेड, बो वेबस्टर, एलेक्स कैरी, पैट कमिंस (कप्तान), मिचेल स्टार्क, स्कॉट बोलैंड, नाथन लियोन
भारत (संभावित): रोहित शर्मा (कप्तान)/शुभमन गिल, यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, विराट कोहली, ऋषभ पंत, रवींद्र जडेजा, ध्रुव जुरेल, नीतीश कुमार रेड्डी, प्रसिद्ध कृष्णा/हर्षित राणा, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज