घरों में खिड़कियों को किया बैन
अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने शनिवार को आदेश दिया कि घरों में जहां से महिलाओं के नजर आने की संभावना हो, उन जगहों पर खिड़कियां बनाए जाने पर रोक है. साथ ही अगर घरों में पहले से ऐसी जगहों पर खिड़कियां हैं, जहां से महिलाओं को देखा जा सकता है, उनको भी ईंटों से बंद करवा दिया जाए.
फरमान के पीछे दिया ये तर्क
घरों में खिड़कियों प्रतिबंधित करने के पीछे तालिबान ने गजब का तर्क दिया है. उसने अपने इस फैसले के पीछे अश्लीलता को रोकने का हवाला दिया है. तालिबान के इस फरमान को लेकर सोशल मीडिया में खूब चर्चा हो रही है. नेटिजंस इस फरमान को लेकर तरह-तरह की बातें बना रहे हैं.
‘महिलाओं को नौकरी ना दें…’
तालिबान ने अफगानिस्तान में काम कर रहीं एनजीओ पर सख्ती की है. तालिबान सरकार ने एक अन्य आदेश में कहा कि एनजीओ महिलाओं को रोजगार देना बंद करें. अगर वे ऐसा करने से नहीं मानेंगी तो उनका रजिस्ट्रेशन कैंसल कर दिया जाएगा. अगर एनजीओ को मान्यता रद्द किए जाने से बचना है तो फरमान का पालना करना ही होगा. तालिबान के इस फरमान की वजह से उन महिलाओं के सामने रोजगार का संकट गहरा गया है, जो एनजीओ में काम करती थीं.