नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल को रूस के साथ 5 अक्टूबर 2018 को हस्ताक्षर किए गए समझौता ज्ञापन (एमओयू) एवं एक सहयोग ज्ञापन (एमओसी) की जानकारी दी गई। परिवहन शिक्षा में सहयोग विकास के लिए रूसी संघ के परिवहन मंत्रालय के साथ समझौता ज्ञापन किया गया है। रेलवे के क्षेत्र में तकनीकी सहयोग पर संयुक्त स्टॉक कंपनी ‘रूसी रेलवे’ (आरजेडडी) के साथ सहयोग ज्ञापन किया गया है। समझौता एवं सहयोग ज्ञापन भारतीय रेलवे को रेल क्षेत्र में होने वाले नवीनतम विकास और ज्ञान को साझा करने के लिए एक मंच प्रदान करते हैं। यह विशेष प्रौद्योगिकी क्षेत्रों पर फोकस करने वाले तकनीकी विशेषज्ञों, रिपोर्टों और तकनीकी दस्तावेजों, प्रशिक्षण और संगोष्ठियों अथवा कार्यशालाओं का आदान-प्रदान करने तथा ज्ञान साझा करने में सहायता देते हैं।
समझौता ज्ञापन में परिवहन शिक्षा के विकास के लिए प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में सहयोग का प्रावधान है। समझौता ज्ञापन व्यापार-आर्थिक, वैज्ञानिक-तकनीकी तथा सांस्कृतिक सहयोग पर अंतर-सरकारी रूसी- भारतीय आयोग के ढांचे में क्रियान्वयन सहित विशेष प्रस्तावों की तैयारी में सहायता देगा। सहयोग ज्ञापन विभिन्न क्षेत्रों में तकनीकी सहयोग में सहायता देगा। इसमें यात्री गाड़ियों की गति 200 किलोमीटर प्रतिघंटे (सेमी हाई स्पीड) बढ़ाने के लिए नागपुर-सिकंदराबाद सेक्शन के उन्नयन के लिए परियोजना को लागू करना। इसमें भारतीय रेल नेटवर्क के अन्य निर्देशों सहित सेक्शन का संभावित विस्तार शामिल है। क्षेत्रीय स्तर, मंडलीय रेल तथा जोनल रेलवे को जोड़ने वाले ऊपरी नेटवर्क स्तर पर मिले-जुले यातायात के प्रबंधन के लिए एकल ट्रैफिक नियंत्रण केन्द्र लागू करना। विशिष्ट निर्माण, संयुक्त निर्माण का संगठन तथा स्पर्धी सिग्नलिंग और इंटर-लॉकिंग प्रणाली को लागू करना।