रूस की राजधानी मॉस्को में ब्लास्ट होने की खबर है. बताया जा रहा है कि इस धमाके में रूस के न्यूक्लियर प्रोग्राम के चीफ इगोर किरिलोव की मौत हो गई है. बता दें कि डिफेंस चीफ किरिलोव को राष्ट्रपति पुतिन का बेहद करीबी माना जाता था. जानकारी के मुताबिक, ये धमाका इलेक्ट्रिक स्कूटर में छिपाए गए बम में हुआ. जांच समिति ने कहा है कि, “रूसी संघ के सशस्त्र बलों के विकिरण, रासायनिक और जैविक सुरक्षा बलों के प्रमुख इगोर किरिलोव और उनके सहायक मारे गए हैं.”
रूस की समाचार एजेंसी तास ने एक कानून प्रवर्तन अधिकारी के हवाले से बताया कि विस्फोटक उपकरण की “टीएनटी समकक्ष में लगभग 300 ग्राम की क्षमता थी.” रूसी टेलीग्राम चैनलों पर पोस्ट की गई तस्वीरों में मलबे से अटी पड़ी एक इमारत का टूटा हुआ प्रवेश द्वार और खून से सने बर्फ में दो शव दिखाई दे रहे हैं.
राष्ट्रपति भवन से सिर्फ 7 किमी दूर हुआ ब्लास्ट
बताया जा रहा है कि ये धमाका रूस के राष्ट्रपति भवन क्रेमलिन से सिर्फ सात किलोमीटर की दूरी पर हुआ है. इस धमाके को लेकर यूक्रेन की सिक्योरिटी सर्विस ने दावा किया है कि इस घटना को उन्होंने अंजाम दिया है.
किरिलोव के अपार्टमेंट के बाहर निकलते वक्त हुआ धमाका
बताया जा रहा है कि ये धमाका उस वक्त हुआ जब इगोर किरिलोव अपने अपार्टमेंट से बाहर निकल रहे थे. तभी पास ही में खड़े एक स्कूटर में जोरदार धमाका हो गया. इस घटना में इगोर किरिलोव के साथ-साथ उनके असिस्टेंट की भी मौत हो गई.
हत्या का लिया जाएगा बदला
बता दें कि अक्टूबर में ही ब्रिटेन ने इगोर पर बैन लगा दिया था. तब उनपर ब्रेटन ने यूक्रेन में रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल की निगरानी का आरोप लगाया था. बताया जा रहा है कि ये धमाका इतना तेज था कि इससे इमारत पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई. वहीं किरिलोव की मौत के बाद रूसी संसद के डिप्टी स्पीकर ने कहा है कि बेहद सोच-समझकर प्लानिंग के तहत इस घटना को अंजाम दिया गया. उन्होंने कहा कि किरिलोव की हत्या का बदला लिया जाएगा.