दक्षिण कोरिया में जारी मार्शल लॉ के बीच बुधवार सुबह राष्ट्रपति यून सुक योल के दफ्तर में पुलिस ने छापेमारी की. बताया जा रहा है कि ये छापेमारी देश में मार्शल लॉ लागू करने की जांच के तहत की गई. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो सियोल मेट्रोपॉलिटन पुलिस और नेशनल असेंबली पुलिस गार्ड्स के कार्यालयों पर भी छापे मारे गए. जानकारी के मुताबिक, दक्षिण कोरियाई पुलिस ने उनके दफ्तर पर छापेमारी की है. बता दें कि इससे पहले, 9 दिसंबर को दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक योल के देश छोड़ने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया.
पूर्व रक्षा मंत्री ने की खुदकुशी की कोशिश
इस बीच बताया जा रहा है कि दक्षिण कोरिया के पूर्व रक्षा मंत्री किम योंग ह्यून ने खुदकुशी करने की कोशिश की. हालांकि समय रहते उन्हें बचा लिया गया. फिलहाल उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है. बता दें कि इससे पहले देश में मार्शल लॉ को लागू करने वाले अधिकारियों पर भी गाज गिरी. जिसमें दक्षिण कोरिया की राष्ट्रीय पुलिस एजेंसी के आयुक्त जनरल चो जी हो और पुलिस अफसर किम बॉन्ग सिक के खिलाफ कार्रवाई की गई. दोनों को राजधानी सोल के नैमदेमुन पुलिस स्टेशन में हिरासत में रखा गया है.
पुलिस अधिकारियों पर लगे ये आरोप
हिरासत में रखे गए पुलिस अधिकारियों के खिलाफ संसद के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात करने का आरोप है. इसे सांसदों के संसद के अंदर घुसने से रोकने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है. क्योंकि मार्शल लॉ लागू करने के बाद सांसदों का एक बड़ा समूह राष्ट्रपति यून की तरफ से लगाए गए मार्शल लॉ को हटाने के लिए संसद में वोटिंग करना चाहते थे, लेकिन पुलिसबल की तैनाती के चलते उन्हें मुख्य गेट पर ही रोक दिया गया.
पुलिस अधिकारियों पर लगे ये आरोप
हिरासत में रखे गए पुलिस अधिकारियों के खिलाफ संसद के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात करने का आरोप है. इसे सांसदों के संसद के अंदर घुसने से रोकने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है. क्योंकि मार्शल लॉ लागू करने के बाद सांसदों का एक बड़ा समूह राष्ट्रपति यून की तरफ से लगाए गए मार्शल लॉ को हटाने के लिए संसद में वोटिंग करना चाहते थे, लेकिन पुलिसबल की तैनाती के चलते उन्हें मुख्य गेट पर ही रोक दिया गया. हालांकि तमाम सुरक्षा इंतजामों के बावजूद सांसद संसद में खिड़कियों और अन्य रास्तों से घुस गए.