लखनऊ, 09 दिसंबर। योगी सरकार ने बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। पीएमश्री विद्यालयों में 9 से 14 दिसंबर तक विद्यालय स्तर पर और 16 से 20 दिसंबर तक जनपद स्तर पर खेलकूद और सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है।
इन दोनों गतिविधियों के लिए लगभग ढाई करोड़ रुपये के बजट का आवंटन किया गया है। इस दो दिवसीय वार्षिकोत्सव, खेलकूद प्रतियोगिताओं और एक दिवसीय जनपद स्तरीय कार्यक्रमों के आयोजन के लिए योगी सरकार ने प्रति विद्यालय ₹6,000 और प्रति जनपद ₹2,00,000 की धनराशि स्वीकृत की है।
बता दें कि भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा पीएमश्री विद्यालयों के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं, जिसके आलोक में योगी सरकार द्वारा यह कदम उठाया गया है। इनका उद्देश्य बच्चों के शारीरिक और सांस्कृतिक विकास को प्रोत्साहन देना और सामुदायिक सहभागिता को मजबूत करना है।
‘खेलें भी, खिलें भी’ से बच्चों में नैतिक मूल्यों और टीम वर्क को मिलेगा बल
पीएमश्री योजना के तहत स्कूलों में खेलकूद और सांस्कृतिक आयोजनों का मुख्य उद्देश्य छात्रों के समग्र विकास को प्रोत्साहित करना है। इन गतिविधियों के माध्यम से अभिभावकों और समुदाय को विद्यालय की गतिविधियों से जोड़ा जाता है, जिससे बच्चों की शिक्षा और विकास में सामुदायिक भागीदारी बढ़ती है। खेलकूद और सांस्कृतिक कार्यक्रम छात्रों के शारीरिक, मानसिक और सामाजिक कौशल को बढ़ाने में मदद करते हैं। ये आयोजन टीमवर्क, अनुशासन और जिम्मेदारी की भावना को प्रोत्साहित करते हैं, जिससे बच्चे जीवन के हर पहलू में बेहतर प्रदर्शन कर सकें। साथ ही, प्रतिभाशाली छात्रों को राज्य और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में भाग लेने का अवसर प्रदान किया जाता है, जिससे वे अपनी प्रतिभा को उच्चतम स्तर पर प्रदर्शित कर सकें और आत्मविश्वास विकसित कर सकें।
यह हैं विद्यालय स्तरीय कार्यक्रम
09 से 14 दिसंबर के बीच विद्यालय स्तर पर होने वाली मुख्य गतिविधियों में खेलकूद और सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं शामिल हैं। खेलकूद प्रतियोगिताओं में जहाँ दौड़, रिले रेस, कबड्डी, खो-खो, फुटबॉल, वॉलीबॉल आदि शामिल किउए गये हैं, वहीं सांस्कृतिक कार्यक्रमो के तहत नृत्य, गायन, नाटक, पोस्टर प्रतियोगिता आदि सुनिश्चित हैं।
जनपद स्तरीय आयोजनों में शामिल हैं ये प्रतियोगिताएं
जनपद स्तर पर 16 से 20 दिसंबर 2024 के बीच होने वाली गतिविधियों और प्रतियोगिताओं में विद्यालय स्तर की प्रतियोगिताओं के विजेता को भाग लेने का अवसर मिलेगा। इन्हें एथलेटिक्स, शतरंज, टेबल टेनिस, योगा जैसे खेलों में अपनी महारत दिखानी होगी जबकि सांस्कृतिक प्रदर्शन में भाषण, नाटक, कहानी लेखन, कविता पाठ आदि की प्रतिभा सिद्ध करनी होगी। ज्ञातव्य हो कि जिला स्तरीय आयोजन के लिए प्रत्येक जनपद को ₹2 लाख का बजट आवंटित किया गया है।
प्रतिभागियों को मिलेगा पुरस्कार और सम्मान
प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले सभी छात्रों को प्रमाण पत्र और विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को विशेष रूप से सम्मानित किया जाएगा।
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बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप कुमार सिंह का कहना है कि योगी सरकार की यह पहल, अभिभावकों और समुदाय को विद्यालय की गतिविधियों में सक्रिय रूप से जोड़ना है। इससे न केवल बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास होगा, बल्कि वे नैतिक मूल्यों, अनुशासन और टीम वर्क को भी आत्मसात करेंगे। योगी सरकार का यह प्रयास शिक्षा के साथ-साथ खेल और संस्कृति को बढ़ावा देने की दिशा में एक प्रशंसनीय कदम है।