महाकुंभ 2025 के लिए विशेष उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से विशेष तैयारी की जा रही है। इस धार्मिक आयोजन को सफल बनाने के लिए शासन और प्रशासन के लोग युद्धस्तर पर काम कर रहे हैं। राज्य सरकार के मंत्रियों को अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों को आमंत्रित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
उत्तर प्रदेश सरकार में श्रम एवं सेवायोजन और समन्वय विभाग के मंत्री अनिल राजभर और राज्यमंत्री सतीश शर्मा रविवार को इसी सिलसिले में ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में गए। यहां पर उन्होंने मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी से मुलाकात की और महाकुंभ 2025 के लिए प्रयागराज आने का न्योता दिया।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, आज भुवनेश्वर ( ओड़ीसा ) में मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी से स्नेहिल मुलाकात कर प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ 2025 में आगमन के लिए निमंत्रित किया। इस दौरान गंगाजल से भरा शुभ कलश और महाकुंभ 2025 का स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। ओडिशा के संस्कृति मंत्री सूर्यवंशी सूरज भी मौजूद रहे।
13 जनवरी से 26 फरवरी तक प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ 2025 आयोजन को भव्य और दिव्य बनाने के लिए शासन और प्रशासन की तरफ से युद्धस्तर पर काम हो रहा है। इस दौरान विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों केंद्रीय मंत्रियों और विभागों के पदाधिकारियों को आधिकारिक निमंत्रण दिया जा रहा है।
सनातन संस्कृति के सबसे बड़े आयोजन महाकुंभ 2025 में 40 करोड़ श्रद्धालुओं के प्रयागराज आने का अनुमान है। स्वच्छ और स्वस्थ महाकुंभ की सीएम योगी की निर्देश के मुताबिक महाकुंभ मेला क्षेत्र को पूरी तरह ओडीएफ बनाने का प्रयास किया जा रहा है। इस योजना के मुताबिक मेला क्षेत्र में रिकॉर्ड 1,50,000 शौचालय बनाए जा रहे हैं। मेला क्षेत्र के शौचालयों के स्लज का निस्तारण जल निगम, नगरीय ने 3 अस्थायी और नैनी, झूंसी के स्थायी एसटीपी और अरैल के फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट की मदद से किया जाएगा।