दीपावली पर अपनी खुशियों के संग दूसरों का भी ध्‍यान रखें

 दीपावली पर अपनी खुशियों के संग दूसरों का भी ध्‍यान रखें। इस माैके पर त्‍योहार के जश्‍न कुुछ बातों को विशेष ख्‍याल रखें ताकि खुशियां गम में न बदल जाएं। दीपावली से पहले ही पंजाब भर में पटाखों की दुकानें सजने लगी हैं। इनमें बड़े पैमाने में ऐसी दुकानें भी हैं, जिन्हें प्रशासन से लाइसेंस नहीं मिला है। ऐसे में साफ है कि अवैध पटाखों की बिक्री का कारोबार इस बार भी खूब होगा। यह हल्की सी लापरवाही भारी पड़ सकती है। कुछ शहरों को छोड़ कर अभी तक कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की गई है।

पटाखे की दुकानें ऐसे सजीं तो हादसों का खतरा, बिना लाइसेंस की दुकानें बेहद खतरनाक

जिन शहरों में लाइसेंस जारी कर दिए गए हैं, वहां भी अनुमति से ज्यादा स्टॉल खोल दिए गए हैं। इनमें जालंधर, लुधियाना व बठिंडा जैसे शहर भी शामिल हैं। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के शहर में ड्रॉ नहीं निकाले गए हैं। यहां भी अवैध कारोबार के पूरे आसार हैं। यह लापरवाही तब है जब पंजाब के कई शहरों में पटाखों की अवैध बिक्री व पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम न होने के कारण कई हादसे हो चुके हैं और लोगों की जान भी जा चुकी है।

प्रशासन का खौफ नहीं, बेलगाम हो रहा कारोबार

कुछ शहरों में भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में भी अवैध दुकानें खोल दी गई हैं। ऐसे में कोई हादसा होने पर यह बड़ी त्रासदी का रूप ले सकता है। कुछ जगह चोरी छिपे कारोबार चल रहा है। हालांकि, पुलिस कारोबारियों को समझा रही है, लेकिन जिस स्तर पर अभियान चलाने व कार्रवाई की जरूरत है वैसा कुछ भी जमीनी स्तर पर नहीं दिख रहा। उम्मीद यही की जा सकती है कि आने वाले दिनों में पुलिस सख्ती दिखाएगी और बिना लाइसेंस पटाखे बेचने वालों पर सख्त कार्रवाई करेगी। इसके अलावा जिन जगहों पर स्टॉल लगाए गए हैं वहां व  उसके आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने की जरूरत है।

बठिंडा: हादसे से सबक नहीं, बिना लाइसेंस बिक्री

यहां परस राम नगर, प्रताप नगर, संगुआना बस्ती, अमरपुरा बस्ती, धोबियाना बस्ती, गणेशा बस्ती, नई बस्ती आदि एरिया में ज्यादा पटाखे बेचने वाले दुकानदार हैं। इनमें से कोई भी दुकानदार लाइसेंस नहीं लेता। इस बार 34 लाइसेंस दिए गए हैं, लेकिन दुकानों की संख्या इससे कहीं ज्यादा है।

एसपी सिटी गुरमीत सिंह के अनुसार पटाखे बेचने के मामले में अभी तक किसी को नहीं पकड़ा है, लेकिन पुलिस की ओर से जल्द की कार्रवाई शुरू की जाएगी। कहीं पर कोई हादसा न हो इसके लिए पूरे इंतजाम किए जा रहे हैं। जिले में तीन साल पहले परस राम नगर के एक घर में अवैध तौर पर पटाखे बनाते समय बारूद फटने से तीन लोग जख्मी हो गए थे। मगर इसके अलावा ओर कोई हादसा नहीं हुआ। शहर में पटाखा मार्केट के लिए चार जगहों का चयन किया गया है, जहां पर सभी सुरक्षा प्रबंधों को पूरा कर लिया जाता है।

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फरीदकोट: दो लोगों की मौत, फिर भी चोरी-छिपे बेच रहे पटाखे

फरीदकोट जिले में अभी चोरी छिपे ढंग से पटाखों की बिक्री हो रही है। एसएसपी राजबचन सिंह ने कहा कि जिला पुलिस निगरानी कर रही है। विक्रेताओं को बुलाकर उन्हें बिना लाइसेंस पटाखे बेचने या स्टोर न करने की हिदायतें दी हैं। अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। फरीदकोट जिले में पिछले पांच साल के दौरान अवैध तरीके से पटाखे बनाने के चलते दो लोगों की मौत हो चुकी है। जिला प्रशासन ने भीड़भाड़ वाले बाजारों में पटाखे बेचने व स्टोर करने पर पाबंदी लगाई है। होलसेलर डीलरों के लिए आबादी से दूर बाहरी सड़कों पर स्थान तय किए गए हैं।

पटियाला के सरहंदी बाजार, आर्य समाज, त्रिपड़ी, धर्मपुरा बाजार में पटाखे की दुकानें लगती हैं। प्रशासन सुप्रीम कोर्ट की ओर से जारी निर्देशों का हवाला दे रहा है। फिलहाल पटाखे बेचने वालों को चेतावनी दी गई है। प्रशासन ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। पिछले साल अर्बन एस्टेट और सनौर के बलबेड़ा इलाके में पटाखे की मार्केट में आग लगी थी। हालांकि, कोई जानी नुकसान नहीं हुआ था। एडीसी शौकत अहमद परे का कहना है कि इस बार पटाखों की दुकानों के लिए कोई ड्रॉ नहीं निकाला जाएगा। पुलिस को सूचित किया जा चुका है। कार्रवाई का जिम्मा उनका है।

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पठानकोट: चार साल पहले दो मंजिलें हो गई थीं राख

पठानकोट में एमसी बाजार, गांधी चौक, सराई मोहल्ला, बजरी कंपनी जगहों पर पटाखे बेचे जा रहे हैं। कुछ जगह दुकानों के अंदर ही पटाखे डंप किए गए हैं। 7 लोगों को ड्रॉ निकालने के लाइसेंस दिए गए हैं। थाना प्रभारी अवतार सिंह का कहना है कि पटाखे की दुकानें लगाए जाने की अभी तक उनके पास कोई शिकायत नहीं आई है। बिना अनुमति पटाखे लगाने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी। फिलहाल प्रशासन की ओर से किसी पर कोई कार्रवाई नहीं की है।

पठानकोट में करीब चार साल पहले बजरी कंपनी स्थित लक्की काइट हाउस की दुकान पर पटाखों को आग लग गई थी। गैस सिलेंडर फटने से ऊपर की दो मंजिलों में भी आग लग गई थी। कोई जानी नुकसान नहीं हुआ, लेकिन घर का सामान जलकर राख हो गया था। बीते वर्षों में पटाखे लगाने के लिए रामलीला ग्राउंड, चिल्ड्रन पार्क, सैली रोड ग्राउंड की अनुमति दी गई थी। इस साल भी इन्हीं जगहों को चयनित किए जाने का अनुमान है। ये सुरक्षित जगह है। आगजनी जैसी घटना पर दमकल की गाडिय़ां यहां आसानी से पहुंच सकती हैं।

होशियारपुर: कई जगह हादसे का खतरा

होशियारपुर में पटाखा मार्केट शहर से बाहर बाईपास रोड और भंगी चोअ के पास लगती है। इसके अलावा नलोईयां चौक, रोशन ग्राउंड, भंगी चोअ रोड, चंडीगढ़ रोड़ के बाहरी इलाके और टांडा बाईपास पर भी पटाखों के स्टॉल लगते हैं। अभी स्टॉल लगना शुरू नहीं हुए हैं। पिछले पांच साल में होशियारपुर में पटाखों की दुकान या स्टॉल पर आग लगने से कोई हादसा नहीं हुआ है, लेकिन सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम न होने के कारण कई दुर्घटना का खतरा बना हुआ है।

गुरदासपुर में गई थी दो की जान, अब तक चार केस दर्ज

गुरदासपुर में पुराना बाजार, हनुमान चौक और मोहल्ला इस्लामाबाद में पटाखे बेचे जाते हैं। दो साल पहले गुरदासपुर के पुराना बाजार में पटाखों की दुकान में आग लगी थी। पुलिस ने अभी तक चार केस दर्ज किए हैं। प्रशासन का कहना है कि पटाखे बेचने के लाइसेंस जारी होने के बाद ही कार्रवाई की जाएगी। गुरदासपुर जिले में छह साल पहले पटाखों की फैक्ट्री में आग लगने का बड़ा हादसा हुआ था। हादसे में दो लोंगों की जान चली गई थी।

फिरोजपुर: खुलेआम हर कहीं बिक रहे पटाखे

शहर व कैंट के सभी बाजारों में पटाखे बिकते हैं। जीरा गेट, बगदादी गेट, दिल्ली गेट, मेन बाजार, मलवल वाला रोड आदि जगहों पर पटाखे बिक रहे हैं। पटाखें बेचने का लाइसेंस किसी के पास भी नहीं है। एसएसपी प्रीतम सिंह ने कहा कि पटाखे बाजारों व गलियों में लगाए जाने संबंधी कोई भी जानकारी उनके पास नहीं आई है। अगर कोई बिना अनुमति पटाखे लगाएगा, तो उसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे। इस बार फिरोजपुर में दशहरा ग्राउंउ में पटाखे लगाने के लिए कहा है। यहां भी केवल 16 लोगों को ही लाइसेंस जारी होंगे। पिछले सीजन तो कई बाजारों में लोगों ने पटाखे की दुकानें लगाई थीं। दशहरा ग्राउंड में लगने वाली पटाखा मार्केट रिहायशी हिस्से में है।

फाजिल्का: बिना अनुमति सज गए बाजार

फाजिल्का के फिरनी रोड, आनंदपुर मोहल्ला, धोबीघाट, राधा स्वामी कॉलोनी के अलावा कई मोहल्लों में दुकानों व घरों के बाहर मेज पर पटाखों की दुकानें लगाई गई हैं। लाइसेंस किसी के पास भी नहीं है। डीएसपी वैभव सहगल ने कहा कि पटाखे बाजारों व गलियों में लगाए जाने संबंधी कोई भी जानकारी उनके पास नहीं आई हैं, अगर कोई बिना अनुमति पटाखे लगाएगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे। प्रशासन ने फाजिल्का के खेल स्टेडियम में पटाखे लगाने के लिए कहा है।

पिछले सीजन में तो कई बाजारों में लोगों ने पटाखे की दुकानें लगाई थीं। तब प्रशासन ने चलान काटते हुए उन्हें निर्धारित जगह पर भेज दिया था। फाजिल्का में मल्टीपर्पज खेल स्टेडिम में पटाखे की दुकानें लगाई जा रही हैं। खेल स्टेडियम एमआर कॉलेज के भीतर बना हुआ है और कालेज के सामने ही मोहल्ले में काफी आबादी हैै।

श्री मुक्तसर साहिब: अवैध तरीके से बिकते हैं पटाखे

मुक्तसर के तुलसी राम स्ट्रीट में तीन दुकानों पर पटाखे स्टोर किए गए हैं। घास मंडी चौक व बिजली वाला खूह के पास दो दुकानदारों ने पटाखे के स्टॉल लगाए हैं। इनमें से किसी के पास भी कोई लाइसेंस नहीं है। क्योंकि इन्होंने लाइसेंस को रिन्यू नहीं करवाया है। थाना सिटी प्रभारी भूपेंदर सिंह के अनुसार उन्होंने कुछ जगहों पर पटाखे हटवाए गए थे। अभी तक उन्हें कोई आदेश जारी नहीं हुए हैं। मुक्तसर में बीते वर्ष एक दुकान मे मामूली आग लगी थी। मुक्तसर में लगने वाले सभी स्टॉल आबादी से दूर हैं। इनके पास कुछ आबादी है। यह शहर के खुले बजार में बनाई गई है, लेकिन वहां पर कोई पटाखे की दुकान नहीं लगाता। शहर में अवैध तरीके से पटाखे बिकते हैं।

बरनाला: घनी आबादी के बीच मार्केट

हंडिआया बाजार पंचायती मंदिर, सदर बाजार, मीट मार्केट, बस स्टैंड, प्राचीन शिव मंदिर, ओवरब्रिज एसडी कॉलेज के नीचे, पक्का कॉलेज रोड, कच्चा कॉलेज पर पटाखे बेचे जा रहे हैं। यहां पटाखे स्टोर भी किए गए हैं। किसी के पास भी लाइसेंस नहीं है। थाना सिटी-1 के प्रभारी ने कहा कि अवैध दुकानों पर कार्रवाई की जाएगी। अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। सदर बाजार के नजदीक बंसी पूरी वाला के सामने 2015 में जैन करियाना स्टोर, हंडिआया बाजार जोधपुरी की दुकान में 2016 में आतशवाजी गिरने से आग लगी थी। यहां पटाखा मार्केट घनी आबादी के बीच ही लगती है, लेकिन हाईकोर्ट के आदेश पर 2017 से  25 एकड़ टोबा स्कीम में लग रहा है।

लुधियाना: खुले मैदानों में लगेंगे स्टॉल

शहर के दाना मंडी सलेम टाबरी में 13 स्टॉल, सेक्टर 32 चंडीगढ़ रोड ग्लाडा ग्राउंड में 9 स्टॉल, मॉडल टाउन एक्सटेंशन में 1, पक्खोवाल रोड नजदीक सिंधवा केनाल पुल में 4 स्टॉल, दुगरी फेज 1 ग्लाडा ग्राउंड में 4, हैबोवाल नजदीक सब रजिस्ट्रार ऑफिस में 3 और लोधी क्लब रोड में 3 स्टॉल लगाए गए हैं। शहर में 40 कारोबारियों को लाइसेंस दिए गए हैं।

पुलिस ने अनाज मंडी जालंधर बाइपास पर थोक पटाखों के 13 स्टॉल लगाने को मंजूरी दी है। इसके अलावा शहर में कुछ जगह चयनित की गई हैं। जैसे गलाडा ग्राउंड चंडीगढ रोड, दरेसी मैदान यहां रिटेल पटाखा बेचने को मंजूरी दी गई है। खुले मैदान में होने के कारण यहां हादसे का खतरा नहीं है।

अमृतसर : पिछली बार के मुकाबले ज्यादा सख्ती, अब तक तीन पर केस

इस बार पिछली बार की तरह गलियों और बाजारों में अवैध रूप से पटाखे कम ही बिक रहे हैं। छेहरटा और जीटी रोड की तरफ कुछ लोग प्रशासन ने छिपकर पटाखों का कारोबार कर रहे हैं। प्रशासन ने बीती दीवाली लगभग 14 लोगों को पटाखे बेचने के लाइसेंस जारी किए थे। इस बार 10 लोगों को ही अनुमति मिली है। हाल ही में तीन कारोबारियों पर केस दर्ज किए हैं।

पुलिस कमिश्नर सुधांशु शेखर श्रीवास्तव ने थाना प्रभारियों को पटाखों को लेकर सख्त हिदायतें जारी कर रखी हैं। सीपी ने जनता से अपील की थी कि दीवाली से पहले अगर कोई पटाखे बेचता है तो उसकी शिकायत पुलिस को दें। इस साल अवैध पटाखा मंडी अनगढ़ और छेहरटा में पटाखों के गोदाम में आग लगने से दो लोगों की जान जा चुकी है। डीसीपी अमरीक सिंह पवार ने बताया कि पटाखों का कारोबार करने के लिए जहाजगढ़ को चुना है। वह सुरक्षा के नजरिए से सुरक्षित है। यहां दमकल की गडिय़ां आसानी से पहुंच सकती  हैं।

तरनतारन: बरता जा रहा एहतियात

जिला प्रशासन दशहरा ग्राउंड के आस-पास पटाखे बेचने की अनुमति देता है। किसी भी धार्मिक स्थान, शिक्षा केंद्र, अस्पताल के आस-पास पटाखे बेचने की सख्त मनाही होगी। पटाखों के स्टॉल पर ग्रीन दीवाली मनाने की अपील के बकायदा बोर्ड अंकित किए जाएंगे। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के आदेश पर 7 नवंबर की रात 8 बजे से दस बजे तक ही पटाखे चलाने की अनुमति से अवगत करवाया जाएगा।

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जालंधर: दो बड़ी घटनाओं के बाद बड़ी चौकसी

पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर का कहना है कि बिना लाइसेंस किसी को पटाखे बेचने की इजाजत नहीं है। 20 लोगों को लाइसेंस दिए गए हैं। यदि कोई अवैध तरीके से पटाखे बेचते हुए पकड़ा गया, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। अभी तक ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है। पिछले पांच सालों में दीपावाली के पटाखों की वजह से ज्योति चौक सुदामा मार्केट, अटारी बाजार में लगी कपड़ों की दुकान में आग दो बड़ी घटनाएं हैं, लेकिन इनमें जानी नुकसान कोई नहीं हुआ।

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राजनीतिक व प्रशासनिक इच्छाशक्ति जरूरी

” जैसी समस्या है उसका समाधान भी उसी अनुसार होना चाहिए। प्रशासन को इनफोर्समेंट की भूमिका में आना होगा। इसके लिए राजनीतिक व प्रशासनिक इच्छा शक्ति की आवश्यकता है। अगर समाज के यह दोनों प्रमुख अंग पूरी इच्छा शक्ति के साथ प्रदूषण के प्रति एकजुट होंगे तो, समस्या का हल जल्दी होगा। शहरों व कस्बों में लगने वाले अवैध पटाखा स्टॉल के लिए केवल प्रशासनिक इच्छा शक्ति ही नहीं बल्कि राजनीतिक समर्थन की भी आवश्यकता पड़ेगी। एक तरफ इनफोर्समेंट हो और दूसरी तरफ लोगों में जागरूकता पैदा की जाए, तो प्रदूषण की समस्या का समाधान जल्द हो सकता है। आज कल सुप्रीम कोर्ट भी इसे लेकर काफी सख्त है। प्रदूषण एक बड़ी समस्या है। यह चर्चा का विषय बना हुआ है। प्रदूषण की मात्रा बढऩा नकारात्मक है, तो इस पर चर्चा शुरू होना सकारात्मक है। पहले ऐसा नहीं होता था। प्रदूषण को लेकर चर्चा नहीं होती थी। दीपावली का समय आ गया है। एक या दो दिन ही सही, लेकिन पटाखे चलेंगे। प्रदूषण होगा। जो पहले से ही प्रदूषित वातावरण को और प्रदूषित करेंगे। ऐसा नहीं है कि लोगों में जागरूकता नहीं आई है, लेकिन शहरों व कस्बों में अनधिकृत रूप से बिकने वाले पटाखों के आगे यह जागरूकता फीकी पड़ जाती है।

                                                                                                    

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-8 से 10 बजे तक ही पटाखे फोड़े जा सकेंगे रात को

-384 कारोबारियों को लाइसेंस जारी किए गए हैं अभी तक पंजाब में

-2 से तीन गुना बढ़ जाता है प्रदूषण दीवाली और इसके आसपास

-30 प्रतिशत कम प्रदूषण हो सकता है ग्रीन पटाखों से

-15 से 30 फीसद सस्ते मिलते हैं ग्रीन पटाखे

-125 डेसिबल से अधिक की आवाज आपको बहरा कर सकती है

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एेहतियात

-सुरक्षा: पटाखों के स्टॉल वाली जगहों पर दमकल की गाडिय़ां तैनात रहेंगी। पुलिस की टीमें बाजारों का दौरा कर जायजा लेंगी।

-सेहत: पटाखों के धुएं से अचानक तबीयत खराब होने पर अस्पतालों में विशेष एंबुलेंस रहेंगी। सपेशल वार्ड भी बनेंगे।

-सलाह: प्रशासन का कहना है कि लोगों व कारोबारियों को लगातार जागरूक किया जा रहा है। उन्हें जरूरी दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं।

-सावधानी: हादसों से बचाने के लिए बच्चों को स्कूलों में बच्चों को सावधानी बरतने के लिए कहा जा रहा है। उन्हें बचाव के तरीके बताए जा रहे हैं।

-संकल्प: पोस्टर व बैनर लगाकर लोगों विशेषकर बच्चों को ग्रीन दीवाली मनाने की सलाह दी जा रही है। बच्चों को शपथ भी दिलाई जा रही है।

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कहां कितने पटाखा बिक्री लाइसेंस

जालंधर: 20

लुधियाना: 40

अमृतसर: 10

बठिंडा: 34

मानसा: ड्रॉ नहीं

पटियाला- ड्रॉ नहीं

बरनाला: 40

फतेहगढ़ साहिब: 24

पठानकोट: 7

होशियारपुर: 57

गुरदासपुर: 15

रूपनगर: 57

कपूरथला: 17

फाजिल्का: 67

मुक्तसर: 30

फरीदकोट: ड्रॉ नहीं

तरनतारन: ड्रॉ नहीं

फिरोजपुर: ड्रॉ नहीं

नवांशहर: 8

संगरूर: 13

मोगा: 37

मोहाली: ड्रॉ नहीं

 

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