दलित प्रेरणा स्थल के बाहर पुलिस द्वारा बैरिकेडिंग लगाकर वाहनों को निकाला जा रहा है, जिससे हर रोज काम पर जाने वाले राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले सोमवार को दिल्ली कूच को लेकर किसानों ने आंदोलन किया। हालांकि, इस आंदोलन को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। किसानों ने सभी प्राधिकरण और जिला प्रशासन को एक हफ्ते का समय दिया है। इस दौरान किसानों ने कहा है कि वे दलित प्रेरणा स्थल के अंदर ही रुकेंगे। अगर एक हफ्ते के अंदर मांगें नहीं मानी गई तो दिल्ली कूच आंदोलन फिर से करेंगे।
इस प्रदर्शन के दौरान किसानों और प्राधिकरण के अधिकारियों के बीच दो दिसंबर को काफी लंबी बातचीत हुई थी। इस बातचीत के दौरान ग्रेटर नोएडा, नोएडा, यमुना प्राधिकरण ने एक हफ्ते का समय मांगा। एक हफ्ते के अंदर किसानों की समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया।
इस बातचीत में यमुना अथॉरिटी के ओएसडी शैलेंद्र सिंह, नोएडा अथॉरिटी के एसीईओ महेंद्र प्रसाद और ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ओएसडी मौजूद थे। उनके अलावा पुलिस प्रशासन की तरफ से भी ज्वाइंट सीपी मौजूद थे। इस बातचीत में निकले नतीजे पर किसानों ने प्राधिकरण अधिकारियों की बात मानकर दलित प्रेरणा स्थल में एक हफ्ते तक इंतजार करने का फैसला लिया।
किसानों में सभी प्राधिकरण के अधिकारियों को एक हफ्ते का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर एक हफ्ते में बात नहीं मानी गई तो फिर सभी किसान मोर्चा दिल्ली कूच करेंगे। धरने को स्थगित करने की किसानों की सहमति मिलने के बाद पुलिस प्रशासन ने दलित प्रेरणा स्थल के गेट नंबर 3 के सामने लगाए गए बैरिकेड को हटा दिया और रास्ते को आम लोगों के लिए खोल दिया।