नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज देश-दुनिया में सिटी ब्यूटीफुल के रूप में विख्यात केंद्रशासित प्रदेश चंडीगढ़ में दोपहर 12 बजे तीन परिवर्तनकारी नए आपराधिक कानूनों- भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम के सफल कार्यान्वयन को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम की पूर्व संध्या पर भारत सरकार के पत्र एवं सूचना कार्यालय (पीआईबी) ने विज्ञप्ति जारी कर यह जानकारी दी।
तीनों कानूनों की अवधारणा में प्रधानमंत्री का दृष्टिकोण समाहितपीआईबी की विज्ञप्ति के अनुसार, इन तीनों कानूनों की अवधारणा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का दृष्टिकोण समाहित है। इसमें औपनिवेशिक काल के कानूनों को हटाने के बारे में विचार किया गया, जो स्वतंत्रता के बाद भी अस्तित्व में रहे। साथ ही, दंड से न्याय पर ध्यान केंद्रित करके न्यायिक प्रणाली को बदलना भी था। इसे ध्यान में रखते हुए, इस कार्यक्रम का मूल विषय “सुरक्षित समाज, विकसित भारत – दंड से न्याय तक” है।
पहली जुलाई भारत की आपराधिक न्याय प्रणाली में ऐतिहासिक बदलाव का प्रतीकविज्ञप्ति के अनुसार, पूरे देश में इस साल पहली जुलाई को नए आपराधिक कानून लागू किए गए। इन आपराधिक कानूनों का उद्देश्य भारत की न्याय व्यवस्था को अधिक पारदर्शी, कुशल और समकालीन समाज की आवश्यकताओं के अनुकूल बनाना है। ये ऐतिहासिक सुधार भारत की आपराधिक न्याय प्रणाली में ऐतिहासिक बदलाव का प्रतीक हैं, जो साइबर अपराध, संगठित अपराध जैसी आधुनिक चुनौतियों से निपटने और विभिन्न अपराधों के पीड़ितों के लिए न्याय सुनिश्चित करने के लिए नए ढांचे लाते हैं।
आज दुनिया देखेगी नया परिदृश्य आज के इस कार्यक्रम में इन कानूनों के व्यावहारिक इस्तेमाल को प्रदर्शित किया जाएगा। इसमें यह भी दिखाया जाएगा कि कैसे वे पहले से ही आपराधिक न्याय परिदृश्य को नया आकार दे रहे हैं। एक लाइव प्रदर्शन भी आयोजित किया जाएगा, जिसमें अपराध स्थल की जांच का अनुसरण किया जाएगा और नए कानूनों को अमल में लाया जाएगा।