महाराष्ट्र में चुनाव के नतीजे घोषित किए हुए 9 दिन बीत चुके हैं, लेकिन अब तक महायुति ने मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा नहीं की है. इसे लेकर बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस का नाम सबसे आगे चल रहा है. हालांकि सियासी गलियारों में तरह-तरह के राजनीतिक कयास भी लगाए जा रहे हैं. राजनीतिक विशेषज्ञों की मानें तो सरप्राइज पैटर्न के तहत महाराष्ट्र में किसी नए चेहरे को सीएम बनाया जा सकता है.
अजित पवार की शाह से दिल्ली में मुलाकात
वहीं, इस बीच एनसीपी नेता अजित पवार आज दिल्ली पहुंच रहे हैं. दिल्ली पहुंचकर अजित पवार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे. इस मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं. जानकारों के अनुसार, अजित पवार ने जीत के तुरंत बाद ही अपना समर्थन सीएम के रूप में देवेंद्र फडणवीस को दे दिया था.
शिंदे की नाराजगी के बीच बड़ा ‘खेला’
एकनाथ शिंदे गुट के कार्यकर्ता लगातार शिंदे को सीएम बनाने की मांग कर रहे थे. इस बीच शिंदे ने महायुति के प्रचंड जीत के बाद पीसी कर यह स्पष्ट कर दिया कि उन्हें भाजपा का फैसला मंजूर है. भाजपा जो भी फैसला करेगी, उन्हें स्वीकार है. दिल्ली से लौटने के बाद शिंदे अपने पैतृक गांव चले गए थे. बीते दिन शिंदे अपने गांव से वापस मुंबई लौट आए और एक बार फिर से अपनी बातों को दोहराते हुए कहा कि उन्हें भाजपा का फैसला स्वीकार है. उन्हें अमित शाह और पीएम मोदी पर पूरा भरोसा है.
प्रचंड जीत के बाद नहीं हो पा रहा है सीएम का फैसला!
सूत्रों की मानें तो शिंदे ने मुख्यमंत्री पद के बदले महायुति सरकार में कई बड़े विभाग शिवसेना के लिए मांगे हैं. इन विभागों में गृहमंत्रालय भी शामिल है. अब देखना यह होगा कि भाजपा शिंदे की शर्तों को मानते हैं या नहीं. सियासी गलियारों में तो इसकी भी चर्चा है कि शिंदे ने अपने बेटे श्रीकांत शिंदे को डिप्टी सीएम बनाने की मांग की है. बता दें कि महाराष्ट्र की कुल 288 विधानसभा सीटों में से 235 सीटों पर महायुति ने जीत हासिल की है. वहीं, 26.77 फीसदी वोट के साथ बीजेपी प्रदेश की सबसे बड़ी पार्टी बनी. बीजेपी ने अकेले 132 सीट पर कब्जा जमाया.